नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तड़के सऊदी अरब का दौरा खत्म कर नई दिल्ली लौटे. पीएम मोदी का खाड़ी देश का दौरा कई मायनों में खास रहा. मंगलवार को भारत और सऊदी अरब ने तेल-गैस, रक्षा, नागर विमानन समेत विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए.बहुचर्चित वैश्विक वित्तीय सम्मेलन (एफआईआई) में शामिल होने के लिए खाड़ी साम्राज्य के दो दिन के दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी ने सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज से मुलाकात की.
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर करीब से काम करने को लेकर विचार साझा किए. दोनों नेताओं ने सभी प्रकार के आतंकवाद की निंदा की और द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग बनाने पर सहमति जताई. प्रधानमंत्री की इस यात्रा के बीच भारत-सऊदी अरब बड़े समझौते हुए. इसी दौरान एक ऐसा दौरा भी हुआ है जो ऐतिहासिक है. भारत-सऊदी अरब एक काउंसिल बनाएंगे, जो दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेधारी पर काम करेगा. सऊदी अरब चौथा देश है, जिसके साथ भारत ने ये समझौता किया है.
रणनीतिक साझेधारी के लिए बनी इस काउंसिल की अध्यक्षता भारतीय प्रधानमंत्री और किंग सलमान करेंगे. इसके जरिए सरकार टू सरकार मैकेनिज्म बनाया जाएगा, जो दोनों देशों के बीच विकास, रणनीतिक समझौतों को आगे बढ़ाएगा. सऊदी अरब से पहले भारत ने इस प्रकार का समझौता तीन और देशों के साथ किया है, जिसमें जापान, रूस और जापान शामिल हैं.
पाकिस्तान का प्रमुख सहयोगी माने जाने वाला सऊदी अरब क्षेत्र को आतंकवाद मुक्त बनाने के भारत के अभियान में उसका पक्ष ले रहा है और इस चुनौती से निपटने के लिए पूर्ण सहयोग देने की प्रतिबद्धता जताई है. प्रधानमंत्री मोदी ने ताकतवार युवराज (क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिन सलमान के साथ कई विषयों पर चर्चा की.