मुंबई : भाजपा ने हरियाणा में सरकार बनाने का फॉर्मूला तो फिट कर लिया है, लेकिन महाराष्ट्र में उसके लिए परेशानी खड़ी हो गयी है. चुनाव में उसकी सहयोगी शिवसेना ने नयी सरकार में बराबर की हिस्सेदारी मांगी है. ऐसे में भाजपा के लिए संतुलन साधना चुनौती बनती जा रही है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को शिवसेना ने कहा कि उसे ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद चाहिए और भाजपा नेतृत्व को यह लिखित में देना होगा.
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शिवसेना ढाई साल सीएम पद पर अड़ी, भाजपा बोली- हम बड़ी पार्टी
मुंबई : भाजपा ने हरियाणा में सरकार बनाने का फॉर्मूला तो फिट कर लिया है, लेकिन महाराष्ट्र में उसके लिए परेशानी खड़ी हो गयी है. चुनाव में उसकी सहयोगी शिवसेना ने नयी सरकार में बराबर की हिस्सेदारी मांगी है. ऐसे में भाजपा के लिए संतुलन साधना चुनौती बनती जा रही है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक […]
288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को105, जबकि शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं. इस तरह गठबंधन के पास बहुमत के लिए जरूरी 145 का आंकड़ा मौजूद है, लेकिन शिवसेना के ताजा रुख से सस्पेंस बढ़ा है. शनिवार को मुंबई में उद्धव ठाकरे के घर ‘मातोश्री’ में शिवसेना के विधायक दल की बैठक में यह मांग उठी.
शिवसेना नेताओं के बयानों के बीच सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार की रात साफ किया है कि गठबंधन में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है और अगले पांच साल भाजपा के नेतृत्व में ही सरकार चलेगी़ उन्होंने कहा कि वह राज्य में एक स्थिर सरकार देंगे़ इससे पहले शिवसेना नेता प्रताप सरनाइक ने मीडिया को बताया कि बैठक में तय हुआ है कि जैसा कि अमित शाह ने लोकसभा चुनाव से पहले 50-50 फॉर्मूले का वादा किया था. उसके हिसाब से दोनों दलों को ढाई-ढाई साल सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए. शिवसेना का मुख्यमंत्री भी होना चाहिए.
हम आदित्य ठाकरे को अगला मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं, लेकिन अंतिम निर्णय उद्धवजी करेंगे. उनका फैसला सभी को मान्य होगा. हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बार-बार कहा है कि देवेंद्र फडणवीस ही गठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं.
इस बीच, महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा कि पार्टी ने विधायक दल का नेता चुनने के लिए 30 अक्तूबर को नव-निर्वाचित विधायकों की बैठक बुलायी है.
शिवसेना के विधायकों की मांग – आदित्य ठाकरे बनें सीएम, फडणवीस बोले- भाजपा के नेतृत्व में चलेगी सरकार
क्या है 50:50 का फॉर्मूला
शिवसेना की ओर से उछाला गया 50:50 का फॉर्मूला नया नहीं है. शिवसेना के मुताबिक भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, उद्धव ठाकरे और देवेंद्र फड़णवीस के बीच 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले इस पर सहमति बनी थी. इसके मुताबिक शिवसेना और भाजपा के चक्रीय आधार पर मुख्यमंत्री होंगे. दोनों दलों को कैबिनेट में बराबर संख्या में जगह मिलेगी. इससे पहले उद्धव ठाकरे ने कहा था कि शिवसेना हर बार भाजपा के लिए जगह नहीं छोड़ सकती.
इधर, कांग्रेस ने शिवसेना की तरफ बढ़ाया हाथ
एनसीपी इंतजार करो की नीति पर भाजपा-शिवसेना के रिश्तों में तनाव को देख महाराष्ट्र कांग्रेस ने संकेत दिया कि वह शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार को समर्थन दे सकती है. निवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि शिवसेना को वैकल्पिक व्यवस्था तलाशनी चाहिए. फैसला शिवसेना को लेना है कि क्या वह अपना पांच साल का सीएम चाहती है या ढाई साल के सीएम की मांग पर भाजपा की प्रतिक्रिया का इंतजार करेगी.
वहीं, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा िक हमारे पास कोई विकल्प नहीं है. जनता ने हमें विपक्ष में बैठने को कहा है. इसलिए उनकी पार्टी मजबूत विपक्ष की भूमिका निभायेगी. कांग्रेस, एनसीपी और इसके दूसरे सहयोगियों ने 117 सीटें हासिल की हैं. ऐसे में शिवसेना साथ आती है, तो आंकड़ा आराम से बहुमत तक पहुंच जायेगा.
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