– यूरेशियाई देशों के संसदीय अध्यक्षों की बैठक में पाकिस्तान को मिला करारा जबाव
ब्यूरो, नयी दिल्ली
कजाकिस्तान के नूर-सुल्तान में चल रहे यूरेशियाई देशों की संसदीय अध्यक्षों की बैठक में पाकिस्तान को फिर से मुंह की खानी पड़ी. इस बैठक में भी पाकिस्तान ने कश्मीर का मामला उठाने की कोशिश की, लेकिन इसका कड़ा प्रतिवाद भारत की ओर से दिया गया. भारत के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने इसका करारा जबाव देते हुए पाकिस्तान को आतंक का गढ़ और आतंकवादियों का निर्यातक देश बताया.
हरिवंश ने कहा कि यह विषय यहां का नहीं है. यह सम्मेलन का एजेंडा नहीं है. इसलिए ऐसे विषय उठाने की अनुमति नहीं है. सम्मेलन से पूर्व माल्टा और सर्बिया के प्रतिनिधियों से दोनों देशों के बीच संबंध और सुदृढ़ करने पर चर्चा के दौरान उपसभापति ने बहुपक्षीय और द्वीपक्षीय मुद्दों पर दोनों देशों का समर्थन मांगा.
सर्बिया ने भारत को आश्वास्त किया कि अंतरसंसदीय यूनियन की बैठक में किसी भी देश को ऐसे मुद्दे उठाने की अनुमति नहीं दी जायेगी, जो बैठक के एजेंडे में नहीं है. राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश की अध्यक्षता में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल कजाकिस्तान की राजधानी नूर-सुल्तान में यूरेशियाई देशों की संसदों के अध्यक्षों की चौथी बैठक में हिस्सा लेने गया है.
इस सम्मेलन का लक्ष्य अधिकाधिक भागीदारी और सहयोग सुनिश्चित करने के लिए यूरोप और एशिया के संसदों के बीच संवाद और परस्पर विश्वास बढ़ाना है. साथ ही साझा विजन तैयार कर यूरेशियाई क्षेत्र का सतत विकास सुनिश्चित करने पर विचार करना है. सम्मेलन में 84 यूरोपीय और एशियाई देशों के संसदों के प्रमुखों और 16 अंतर्राष्ट्रीय अंतर-संसदीय संगठनों के प्रमुख भी शामिल हुए.