नयी दिल्ली : संयुक्त राष्ट्र में जैश सरगना मसूद अजहर पर बैन को लेकर चीन ने भारत को पिछले दिनों चौथी बार झटका दिया था. इस प्रस्ताव पर चीन द्वारा वीटो करने से मसूद अजहर बच गया था लेकिन अब ऐसी खबर आ रही है जिससे आतंकी की मुश्किलें बढ़ जायेंगी. जी हां , फ्रांस ने मसूद अजहर के आतंकवादी संगठन पर अब खुद से एक्शन लेने का निर्णय लिया है.
जानकारी के अनुसार फ्रांस ने अब जैश सरगना मसूद की संपत्ति को जब्त करने का फैसला किया है. जैश के खिलाफ फ्रांस की अबतक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई बतायी जा रही है. यहां चर्चा कर दें कि मसूद के पक्ष में चीन ने वीटो किया था जिसके बाद अमेरिका सहित कई देशों ने इसकी आलोचना की थी.
फ्रांस सरकार के गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय द्वारा जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि फ्रांस मसूद को यूरोपियन यूनियन की आतंकवादी सूची में शामिल करने को लेकर आगे बढ़ेगा. उधर, पाकिस्तान पर भी आतंकवादी मसूद पर कार्रवाई को लेकर जबर्दस्त वैश्विक दबाव बन चुका है. यदि आपको याद हो तो जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी जैश ने ही ली थी. इस हमले में भारत ने 40 जवान खोये थे.
मसूद अजहर 1994 में आया था दिल्ली चाणक्यपुरी के एक होटल में ठहरा था
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का संस्थापक मसूद अजहर जनवरी 1994 में जब पहली बार भारत आया था तो वह राजधानी के संभ्रांत इलाके चाणक्यपुरी इलाके में स्थित एक होटल में ठहरा था. उसकी आव्रजन रिपोर्ट के अनुसार, वह होटल जनपथ में भी ठहरा था और उसने लखनऊ, सहारनपुर और देवबंद का भी दौरा किया था. अजहर बांग्लादेश की यात्रा के बाद नकली पुर्तगाली पासपोर्ट पर भारत आया था. दो दिन ढाका में रहने के बाद बांग्लादेश एयरलाइंस से दिल्ली आया था.
सुरक्षा बलों को आइइडी बनाने वाले जैश के आतंकी ‘लंबू’ की तलाश
सुरक्षा बल पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी इस्माइल भाई उर्फ लंबू की सरगर्मी के साथ तलाश में जुटे हैं. माना जा रहा है कि 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए आतंकवादी हमले में प्रयुक्त विस्फोटक (आइइडी) को इस्माइल ने तैयार किया था. अधिकारियों ने बताया कि खुफिया एजेंसियों के मुताबिक इस्माइल भाई पिछले साल दिसंबर में कश्मीर में दाखिल हुआ और अत्यंत संवेदनशील इलाके त्राल में घूम रहा है. पुलिस के मुखबिरों ने भी ऐसे ही शख्स की पहचान की थी.
पहले जारी किया ऑडियो, फिर सलामती की खबर अपने अखबार में छापी
मसूद का दावा : 17 साल से अस्पताल नहीं गया
12 मार्च को रिकॉर्ड किये गये इस ऑडियो में मसूद ने कहा कि मुझ नाचीज गरीब के बारे में खबरें आ रही हैं कि मैं सख्त बीमार हूं. कोई गुर्दे का मर्ज बता रहा है तो कोई जिगर का. मुमकिन है कि दुनियाभर में 2-4 अफराज इन खबरों से परेशान हों इसलिए अर्ज करता हूं कि मैं खैरियत से हूं. गुर्दे भी ठीक हैं और जिगर भी. बाकी जहां तक दिल का ताल्लुक है तो वह भी ठीक है. अलबत्ता रुहानी तौर पर उसे ठीक रखने की फिक्र और दुआ करता रहता हूं. उसने आगे कहा कि 17 साल से कभी अस्पताल में दाखिल नहीं हुआ. कई-कई साल तक किसी डॉक्टर के पास जाने की जरूरत पेश नहीं आयी. टेस्ट कराने का मुखालिफ हूं इसलिए टेस्ट नहीं कराता, मगर अनामात से मालूम होता है कि शुगर, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां अभी तक नहीं हैं.