नयी दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत मामले में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है.भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के फोरेंसिक डिपार्टमेंट के हेड ने इस मामले में दावा करके सनसनी फैला दी है.फोरेंसिकहेड का कहना है कि उनके ऊपर सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में गलत रिपोर्ट देने का दबाव डाला गया था.
एम्स केफोरेंसिकविभाग के प्रमुख डॉ सुधीर गुप्ता ने स्वास्थ्य मंत्रालय से शिकायत की है कि सुनंदा पुष्कर की मौत को सामान्य बताने के लिए उसपर दबाव बनाया गया था. डॉ सुधीर गुप्ता ने बताया कि उसने पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद के प्रभाव के कारण पोस्टमार्टम रिर्पोट सही नहीं दे पाये.
* क्या था मामला
17 जनवरी को दक्षिणी दिल्ली के एक पंचसितारा होटल में 52 साल की सुनंदा का शव बरामद किया गया था. रात 8 बजे के करीब जब शशि थरूर ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी की मीटिंग के बाद होटेल लौटे थे, तब उन्हें सुनंदा की डेड बॉडी के बारे में पता चला था. इस मामले में पाकिस्तान की महिला पत्रकार मेहर तरार का भी नाम सामने आ रहा था. मौत से पहले ट्विटर पर सुनंदा और पाकिस्तानी पत्रकार महर तरार के बीच तीखी तकरार हुई थी. शशि और महर के बीच कथित संबंध को लेकर दोनों के बीच यह स्थिति पैदा हुई थी.
* क्या निकला था पोस्टमार्टम में
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पहले सुनंदा के शरीर पर एक दर्जन से अधिक चोट के निशान होने की बात की गई थी. बांई हथेली पर दांत से काटे जाने का निशान भी था.बाद मेंपोस्टमार्टमरिर्पोट में जहर खाने से सुनंदा पुष्कर की मौत की पुष्टि की गयी थी.
*कौन थीं सुनंदा पुष्कर
सुनंदा पुष्कर का जन्म एक जनवरी 1962 को हुआ था. वे मूलत: कश्मीर के सोपोर की रहने वाली थीं. उनके पिता पीएन दास भारतीय सेना में वरिष्ठ अधिकारी थे. सुनंदा ने श्रीनगर के गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वीमेन से स्नातक की पढ़ाई की थी. सुनंदा पुष्कर का नाम सबसे पहले अप्रैल 2010 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की कोच्चि टीम की ख़रीद से जुड़े एक विवाद में सामने आया था. इस टीम की ख़रीद में शशि थरूर की भूमिका को लेकर सवाल उठाए गए थे. मामला इतना बढ़ा कि थरूर को केंद्रीय मंत्नी के पद से इस्तीफा देना पड़ा, लेकिन कुछ समय बाद उन्हें मंत्रिमंडल में दोबारा शामिल किया गया.