जम्मू : दक्षिण कश्मीर में हिमालय की वादियों में बसे तीर्थ अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए आज राज्य के पर्यटन मंत्री ने जम्मू के आधार शिविर से 1,160 यात्रियों के पहले जत्थे को रवाना किया. इससे पहले बुधवार को पाकिस्तान की ओर से फायरिंग की गई जिसका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया. इस फायरिंग का उद्देश्य अमरनाथ यात्रा पर रुकावट डालना था.
पुलिस सूत्रों ने बताया, ‘‘तीर्थयात्रियों के दल में 957 पुरुष, 187 महिलाएं और 16 बच्चे हैं जिन्हें राज्य पर्यटन मंत्री गुलाम अहमद मीर ने सुबह भगवती नगर :जम्मू में: आधार शिविर से रवाना किया.’’ उन्होंने कहा कि रवाना हुए जत्थे में कुल 42 वाहन हैं जिसमें 23 बस, 19 हल्के छोटे वाहन शामिल हैं. सभी ने सुबह साढे पांच बजे के दौरान कडी सुरक्षा के बीच यात्री निवास से प्रस्थान किया और इस अवसर पर कई नागरिक और पुलिस अधिकारी मौजूद थे.
उन्होंने कहा कि यात्रा की सुरक्षा को लेकर चाक-चौबंद प्रबंध किए गए हैं और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है. कौथा जिले में लखनपुर आने वाले दूसरे राज्यों के वाहनों की कडी जांच के अलावा शहर के कई अन्य हिस्सों में भी गाडियों की तलाशी ली जा रही है. श्रीनगर से मिली खबरों के मुताबिक गुफातीर्थ के लिए यात्रा करने वाले अधिकतर यात्रियों को बालताल मार्ग से भेजा जा रहा है क्योंकि पहलगाम मार्ग पर बर्फ को हटाने का काम चल रहा है.
अमरनाथ श्रइन बोर्ड के अध्यक्ष राज्यपाल एन.एन.वोहरा 30 जून को फिर से पहलगाम मार्ग शुरु करने की समीक्षा करेंगे. पुलिस ने बताया कि तीर्थयात्रियों का जुलूस अब तक उधमपुर जिले के कुद को पार भी कर गया है.