नयी दिल्ली : लोकसभा चुनाव के लिये अपना संकल्प पत्र तैयार करने में जन भागीदारी सुनिश्चित करने के मकसद से भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने रविवार को भारत के मन की बात मोदी के साथ अभियान की शुरुआत की.
एक महीने तक चलनेवाले इस अभियान में पार्टी को उसका ‘संकल्प पत्र’ (घोषणापत्र) तैयार करने में मदद करने के लिए देशभर से 10 करोड़ लोगों के सुझाव मांगे जायेंगे. शाह ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य घोषणापत्र तैयार करने की प्रक्रिया का लोकतंत्रीकरण करना है और इस अनूठे प्रयोग से लोकतंत्र मजबूत होगा. चुनाव अप्रैल-मई में होने की संभावना है. भाजपा अध्यक्ष ने यहां एक कार्यक्रम में पत्रकारों से कहा, लोग किस तरह का देश चाहते हैं और इसे हासिल करने के लिए उनके क्या सुझाव हैं, इस अभियान में उनके विचार जानने के लिए उन तक पहुंचा जायेगा. उन्होंने बताया कि इससे पार्टी को नये भारत का सपना साकार करने में मदद मिलेगी.
शाह ने कहा, यह भाजपा का कार्यक्रम नहीं है बल्कि लोगों का कार्यक्रम है. यह अद्वितीय प्रयोग है जिससे देश में लोकतंत्र मजबूत होगा. उन्होंने कहा कि चुनावी घोषणापत्र को हल्के में लिया जाता है, लेकिन उनकी पार्टी इसकी निर्मलता बरकरार रखने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि इस कवायद के लिए पार्टी ने एक वेबसाइट भी तैयार की है. इसके अलावा व्हाट्सएप, ई-मेल, मिस्डकॉल के जरिये भी विचार प्राप्त किये जायेंगे. शाह ने कहा कि इस उद्देश्य के लिए पार्टी ने देश भर में अलग-अलग क्षेत्रों में 300 रथ तैयार किये हैं जिसके माध्यम से सुझाव एकत्र किये जायेंगे. इस अभियान का टैगलाइन है काम करे जो, उम्मीद उसी से जिसमें प्रचार सामग्री पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोटोग्राफ प्रमुखता से लगाये जायेंगे.
कार्यक्रम में बताया गया कि संकल्प पत्र के लिए सुझाव प्राप्त करने के उद्देश्य से 4000 विधानसभा क्षेत्रों में 7500 मतपेटियां रखी जा रही हैं जिसमें लोग अपना सुझाव दे सकते हैं. इसके साथ ही पार्टी घर घर संपर्क को भी आगे बढ़ा रही है जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चित्र युक्त पत्र भी पहुंचाये जायेंगे. सुझावों के संकलन के लिए राज्य स्तर पर 20-20 लोगों की टीम बनायी गयी है और राष्ट्रीय स्तर पर सुझाव को अंतिम रूप से देने के लिए 30 लोगों की टीम है. चुनाव संकल्प पत्र तैयार करनेवाली समिति की अध्यक्षता गृह मंत्री एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह कर रहे हैं. संकल्प पत्र को 12 श्रेणियों में बांटा गया है और पार्टी ने इसके लिए अलग-अलग संयोजक नियुक्त किये हैं.
राजनाथ सिंह ने कहा कि कृषि संबंधी विषय के संयोजक पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बनाया गया है, जबकि युवा मामलों के विषय के संयोजक राजीव चंद्रशेखर होंगे. महिला सशक्तिकरण की संयोजक स्मृति ईरानी, समावेशीकरण, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग, घुमंतू समुदाय, बंधुआ मजदूर जैसे विषय के संयोजक थावर चंद्र गहलोत होंगे. उन्होंने सुशासन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, आईटी जैसे विषयों के संयोजक डाॅ हर्षवर्द्धन तथा अर्थव्यवस्था, उद्योग एवं पर्यटन विषय का संयोजक अरुण जेटली को बनाया गया है. आधारभूत ढांचा, जल संसाधन, पेयजल, ऊर्जा, स्वास्थ्य विषयों का संयोजक हरदीप पुरी तथा शिक्षा एवं कौशल विकास जैसे विषयों का संयोजक प्रकाश जावड़ेकर को बनाया गया है.
राष्ट्रीय सुरक्षा (बाह्य एवं आंतरिक), सेना जैसे विषयों के संयोजक भुवन चंद्र खंडूरी को बनाया गया है और किरन रिजिजू उनकी सहायता करेंगे. विदेश मामलों एवं पड़ोसी देश से जुड़े विषयों का संयोजक विनय सहस्त्रबुद्धे को बनाया गया है, जबकि संस्कृति, गंगा, राम मंदिर, विदेशों से धरोहरों को वापस लाने के विषय का संयोजक डॉ महेश शर्मा को बनाया गया है. मजदूर, श्रम से जुड़े विषयों का संयोजक बंडारू दत्तात्रेय को बनाया गया है और इसमें संजय पासवान सहयोग करेंगे. भाजपा अध्यक्ष ने कहा, देश चुनाव की ओर बढ़ रहा है. अगले 5 साल, देश का भविष्य तय करेंगे. उन्होंने कहा कि ‘भारत के मन की बात-मोदी के साथ’, कार्यक्रम भाजपा का नहीं है, बल्कि देश के लिए है. ये कार्यक्रम देश को सुरक्षित करने, गरीब का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए है.
ये कार्यक्रम नया भारत बनाने के लिए है. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में पहली बार कोई राजनीतिक दल अपना संकल्प पत्र बनाने के लिए इतने बड़े स्तर पर जनसंपर्क करने जा रहा है. उन्होंने कहा कि जनता की उम्मीदों को सम्मान देना भाजपा अपना कर्त्तव्य ही नहीं, बल्कि नैतिक दायित्व मानती है. शाह ने कहा, इस कवायद के तहत हम आगे और क्या कर सकते हैं इस पर जनता की राय जानी जायेगी.