नयी दिल्ली : कांगेस ने रविवार को कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ‘इम्बैरिसिंग डिजास्टर’ बन गया है. विपक्षी पार्टी ने कहा है कि 2019 में सत्ता में आने पर वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की अगस्ता वेस्टलैंड के साथ ‘सांठगांठ’ की जांच करवाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.
पार्टी ने कहा कि केंद्र में भाजपा के सत्ता में आने के बाद रक्षा मंत्रालय ने संप्रग शासनकाल के दौरान अगस्ता वेस्टलैंड पर लगाये गये प्रतिबंध को हटा दिया और नौसेना की 100 हेलीकॉप्टरों की खरीद के लिए बोली में भी हिस्सा लेने की अनुमति दी गयी. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, प्रवर्तन निदेशालय आज मोदी सरकार को बचा सकता है, लेकिन 2019 में जब उनकी सरकार सत्ता से बाहर हो जायेगी तब हम प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार का अगस्ता वेस्टलैंड के साथ सांठगांठ की पूरी जांच करवाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में ईडी अब ‘इम्बैरिसिंग डिजास्टर’ बन गया है. कांग्रेस ने यह हमला ऐसे वक्त किया है जब एक दिन पहले अगस्ता वेस्टलैंड मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने अदालत को बताया कि आरोपी बिचौलिया क्रिश्चियन मिशेल ने ‘मिसेज गांधी’ का नाम लिया है.
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि सरकार गांधी परिवार के खिलाफ फर्जी बयान देने के लिए मिशेल पर दबाव बना रही है. उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ इस तरह के कोई साक्ष्य होने पर उसे सार्वजनिक करने की चुनौती दी. उन्होंने सरकार पर अगस्ता वेस्टलैंड के साथ अपनी मिलीभगत को छिपाने के लिए शोर मचाने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता ने कहा कि खुद के गड़बड़झाले और भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए वे क्रिश्चियन मिशेल का इस्तेमाल कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार अब अपनी सरकार की सांठगांठ छिपाने के लिए विवाद पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया, अब यह साफ है कि चौकीदार दागदार है. सुरजेवाला ने सरकार पर छह सवाल भी दागे और पूछा कि रक्षा मंत्रालय ने जुलाई 2014 में अगस्ता वेस्टलैंड पर प्रतिबंध क्यों खत्म कर दिया और कंपनी को ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम का हिस्सा क्यों बनाया.