मुंबई : सीमाओं के पार व्यापार हमारे समय की आर्थिक अनिवार्यता है और मुक्त व्यापार के अवरोधों को समाप्त किया जाना चाहिए उक्त बातें वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कही. वित्तमंत्री के इस बयान को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि.जेटली की यह टिप्पणी ऐसे समय में आयी है जब विश्व भर में शुल्क युद्ध की चिंताएं बढ़ रही हैं. अमेरिका द्वारा कुछ देशों के साथ व्यापार संतुलन बनाने के लिए इस्पात समेत कई उत्पादों पर शुल्क लगाने के बाद ये चिंताएं और तेज हुई हैं.
जेटली ने वर्ल्ड कस्टम्स ऑर्गेनाइजेशन पॉलिसी कमिश्नरेट की 80वीं बैठक को वीडियो लिंक के जरिए संबोधित करते हुए कहा, ‘‘सीमाओं के पार व्यापार हमारे समय की आर्थिक अनिवार्यता है और आने वाले समय के साथ बढ़ने ही वाला है.’ उन्होंने कहा, ‘यह सभी देशों के व्यापक हित में है कि वे व्यापार की बाधाओं को हरसंभव स्तर तक दूर करें.’
जेटली ने कहा कि कोई भी देश सारी वस्तुओं का विनिर्माण नहीं कर सकता है और न ही कम कीमत पर श्रेष्ठ गुणवत्ता की चाह रखने वाले उपभोक्ताओं की जरूरत के हिसाब से हर तरह की सेवाओं में विशेषज्ञता हासिल कर सकता है. इसलिए मुक्त व्यापार जरूरी है. उन्होंने कहा कि विश्व भर में राष्ट्रों को यह महसूस होने लगा है कि व्यापार बढ़ने से न केवल वैश्विक अर्थव्यवस्था बल्कि खुद की अर्थव्यवस्था को भी फायदा होता है.
वित्त मंत्री ने सीमाओं के पार व्यापार सुविधाएं बेहतर करने तथा विश्व के श्रेष्ठ मानकों का अनुपालन करने के प्रति केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराया. जेटली ने कहा कि सरकार द्वारा उठाये गये कदमों से देश को व्यापार रैंकिंग में 146वें स्थान से छलांग लगाकर इस साल 80वें स्थान पर पहुंचने में मदद मिली है.