नयी दिल्ली : राफेल विमान के संदर्भ में एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ के बयान की पृष्ठभूमि में कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि सीमाओं में बंधे होने की वजह से वायुसेना प्रमुख राफेल घोटाले पर बात नहीं कर सकते, लेकिन इस बारे में प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए.
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, राफेल विमान का चयन कांग्रेस की सरकार में भारतीय वायुसेना ने किया क्योंकि इसे हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए उपयुक्त पाया. भारतीय वायुसेना अध्यक्ष इससे अलग क्या कह रहे हैं? सवाल राफेल घोटाले का है, जो वायुसेना अध्यक्ष नहीं कह सकते, क्योंकि वो अपनी सीमाओं से बंधे हैं. उन्होंने कहा, मोदीजी को जवाब देना चाहिए कि 526 करोड़ रुपये का राफेल जहाज जो कांग्रेस खरीद रही थी, तो उसकी निविदा को खारिज कर वो 1,670 करोड़ का क्यों खरीदा गया और देश के राजस्व को 41,205 करोड़ का चूना क्यों लगाया?
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में सुरजेवाला ने कहा, भारतीय वायु सेना के प्रमुख का हम सम्मान करते हैं. उन्होंने तो फाइल देखी नहीं, न उनके समय में निविदा जारी हुई, न उनके समय में 12 दिसम्बर 2012 को निविदा खुली, न वो मूल्य निर्धारण संवाद समिति का हिस्सा थे तो, मैं उनसे विवाद में क्यों पड़ूं? गौरतलब है कि वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल धनोआ ने बुधवार को कहा कि यह सौदा अच्छा पैकेज है और विमान उपमहाद्वीप के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा. उन्होंने कहा कि 36 राफेल लड़ाकू विमानों और एस-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली से वायु सेना को अति आवश्यक मजबूती मिलेगी.