नयी दिल्ली: सत्ताधारी भाजपा के सांसदों को आगाह करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज उनसे कहा कि वे जमीनी स्तर पर जुडे रहें और पार्टी के प्रदर्शन पर किसी आत्मसंतोष का ग्रहण नहीं लगने दें.
पार्टी के नवनिर्वाचित सांसदों को स्पष्ट संदेश देते हुए मोदी ने कहा कि भाजपा अब विपक्ष में नहीं है, जमीनी स्तर पर सरकार का संदेश ले जाने और उसके कार्यक्रमों को सामने रखने की भाजपा सांसदों पर बडी जिम्मेदारी है. संसद के केंद्रीय कक्ष में 20 मिनट के अपने भाषण में मोदी ने सांसदों से कहा कि वे जमीनी स्तर पर जनता से संपर्क में रहे.
मोदी ने सांसदों से कहा कि वे सदन की कार्यवाही सुचारु रुप से चलाने में मदद करें और संसद की गरिमा को कायम रखते हुए सभी सत्रों में पूर्णकालिक रुप से उपस्थित हों.सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने सांसदों से यह भी कहा कि वे पार्टी के प्रवक्ता के रुप में मीडिया से बात ना करें बल्कि मीडिया के सामने अपने संसदीय क्षेत्र के मुद्दे उठायें.
उन्होंने सांसदों से आग्रह किया कि वे संसद की चर्चाओं में शामिल होने से पहले जानकारी के साथ आयें और अपना होमवर्क ठीक से करें. मोदी ने कहा कि चर्चाओं के दौरान उपस्थित रहने से सांसदों को विभिन्न मुद्दों पर सीखने को मिलेगा.
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी भाजपा सांसदों से कहा कि वे आम आदमी के कल्याण के लिए काम करना जारी रखें और जो कुछ मिला है, उसे और मजबूत करें क्योंकि पार्टी केवल दो सांसदों से लेकर अब 2014 के लोकसभा चुनावों में 282 सांसदों की मजबूत ताकत बन चुकी है और उसके पास अपने दम पर बहुमत है.भाजपा अध्यक्ष एवं गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी पार्टी के नये सांसदों का स्वागत करते हुए कहा कि वे पार्टी की आगे सफलता के लिए कडी मेहनत करें और आम आदमी के उन्नयन के लिए कार्य करें.