नयी दिल्ली: अपने मंत्रियों को अगले 100 दिन का एजेंडा तय करने का निर्देश देने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज अपनी मंत्रिपरिषद के सभी सदस्यों से मिलेंगे जिसमें कुशल प्रशासन और कार्यक्रमों के किर्यान्वयन पर जोर दिया जाएगा.
मोदी अपने 10 सूत्री एजेंडा की पृष्ठभूमि में अपनी मंत्रिपरिषद से मिल रहे हैं. इस एजेंडा में निवेश बढाने, बुनियादी ढांचा से जुडी परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने और प्राकृतिक संसाधनों का दोहन शामिल है. इसमें निर्णयों को लागू करने में अफसरशाही को छूट देने की बात भी कही गई है.
सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में मोदी अपनी मंत्रिपरिषद के 44 सहयोगियों के सामने अपनी प्रमुखता वाले मुद्दों को सामने रखेंगे और उन पर उनसे सुझाव मांगेगे. समझा जाता है कि ये मुद्दे अगले सप्ताह शुरु होने जा रहे संसद सत्र में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में पढे जाने वाले राष्ट्रपति के प्रणब मुखर्जी के भाषण में शामिल हो सकते हैं.
प्रधानमंत्री ने शनिवार को उन अधिकार प्राप्त मंत्रिसमूहों (ईजीओएम) और मंत्री समूहों को समाप्त कर दिया था जिन्हें संप्रग सरकार ने गठित किया था. मोदी ने अपने कैबिनेट मंत्रियों से कहा है कि योजनाओं को लागू करने में वे अपने राज्य मंत्रियों का सहयोग लें.