पटना : बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह दुष्कर्म कांड पर बिहार से लेकर दिल्ली तक सियासत जारी है. इस मामले की गुंज एक बार फिर लोकसभा में सुनने को मिली. आज लोकसभा में कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन और राजद सांसद जयप्रकाश यादव ने इस मामला को लोकसभा में उठाया. इस मामले को रंजीत रंजन के पति व सांसद पप्पू यादव भी लोकसभा में उठा चुके हैं. कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने यह सवाल भी उठाया कि बच्चियों की सुरक्षा का इंतजाम क्यों नहीं किया गया? स्पीकर सुमित्रा महाजन ने उन्हें प्रश्न काल के बाद इस पर चर्चा करने के लिए कहा. लेकिन, कांग्रेस के सांसद प्रश्न काल के बीच इस मुद्दे पर सदन हंगामा करते रहे. .
RJD MP Jay Prakash Narayan Yadav raises the issue of #MuzaffarpurShelterHome case in Lok Sabha, says 'The girls where played with, like toys. The evidences are being tampered. There is direct involvement of the state government.' pic.twitter.com/AqXUGblKyH
— ANI (@ANI) August 6, 2018
Congress Leader Ranjeet Ranjan has given adjournment motion notice in Lok Sabha over Muzaffarpur shelter home case's main witness missing from Bihar's Madhubani. (File pic) pic.twitter.com/fui8t447hu
— ANI (@ANI) August 6, 2018
राजद सांसद जयप्रकाश यादव भी इस मुद्दे को सदन में उठाया. उन्होंने कहा कि बच्चियों के साथ खिलौनों की तरह खेला गया. सबूतों को मिटाया गया, इससे राज्य सरकार का सीधा संबंध है. इसपर सुमित्रा महाजन ने कहा कि मामले की जांच सीबीआई कर रही है. इससे पहले कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने सोमवार को लोकसभा में कार्य स्थगन का प्रस्ताव दिया है. इससे पहले उनके पति और सांसद पप्पू यादव भी इस मामले को लेकर पटना में विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं.
रंजीत रंजन ने कार्य स्थगन का प्रस्ताव मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस के मुख्य गवाह का मधुबनी से गायब होने वाले मामले को लेकर दिया था. विदित हो कि 30 जुलाई को भी लोकसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए सांसद रंजीत रंजन ने कहा था कि कई संस्थानों के संबंध में रिपोर्ट आयी हैं और ऐसा लगता है कि जब तक कैंडल मार्च बिहार तक नहीं जायेगा, तब तक ऐसे संस्थानों की जांच नहीं होगी. दाण्डिक विधि संशोधन विधेयक 2018 पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस सदस्य ने कहा कि मुजफ्फरपुर सुधार गृह मामले में अब चर्चा यह हो रही है कि 29 बालिकाओं से बलात्कार हुआ था या 34 के साथ. कई संस्थानों के संबंध में रिपोर्ट आयी हैं और एक मामले में सीबीआई जांच शुरू हुई है.
वहीं, इस कांड को लेकर विपक्ष लगातार बिहार सरकार और सीएम पर निशाना साध रहा है. विदित हो कि मुजफ्फरपुर में हुई इस घटना की जांच सीबीआई कर रही है और मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर समेत 10 लोग सलाखों के पीछे हैं. इसी केस को लेकर शनिवार को नई दिल्ली में विपक्षी दलों ने कैंडल मार्च का भी आयोजन किया था. जिसमें, राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, शरद यादव समेत लेफ्ट के कई नेता शामिल हुए थे.