नयी दिल्ली : भाजपा के एक सदस्य ने पश्चिम बंगाल में चार महिलाओं से जुड़ी मॉब लिंचिंग का मुद्दा बुधवार को लोकसभा में उठाया जिसके कारण भाजपा और तृणमूल सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हुई. इस वजह से लोकसभा की कार्यवाही 12 बजकर 20 मिनट पर 10 मिनट के लिये स्थगित करनी पड़ी.
भाजपा सदस्य किरीट सोमैया ने पश्चिम बंगाल में चार महिला की कथित मॉब लिंचिंग के मामले को गंभीर बताते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बयान देने की मांग की. शून्यकाल के दौरान इस विषय को उठाते हुए किरीट सोमैया ने कहा कि पश्चिम बंगाल में चार महिलाओं की मॉब लिंचिंग की गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि इनमें से दो महिलाओं का कथित तौर पर वस्त्र हरण भी किया गया.
उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसी घटना उस पश्चिम बंगाल की है जहां की मुख्यमंत्री एक महिला हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि 28 जनवरी को एक गर्भवती महिला के लिंचिंग की खबर आई थी. भाजपा सदस्य ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.
सोमैया ने कहा कि केरल में भी इसी तरह से एक 32 वर्षीय नौजवान को मुर्गा चोर बताकर मारा गया. भाजपा सदस्य की इस टिप्पणी का तृणमूल कांग्रेस और वामदलों के सदस्यों ने विरोध किया. भाजपा सदस्यों को इस दौरान कुछ बोलते देखा गया. इस दौरान किरीट सोमैया अपने स्थान से थोड़ा आगे आ गये. इस पर तृणमूल कांग्रेस के इदरिश अली कुछ बोलते हुए सत्ता पक्ष की सीटों के पास आ गये. उनके साथ तृणमूल सदस्य कल्याण बनर्जी भी सत्ता पक्ष की सीटों की ओर आ गये.
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार एवं सत्ता पक्ष के कुछ सदस्यों ने हस्तक्षेप किया और तृणमूल सदस्यों को शांत कराया. शोर शराबे के बीच स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिये स्थगित कर दी. साढ़े 12 बजे कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि ऐसे करेंगे तो उनके सामने कठिनाई आ जायेगी. वह किसी एक को नहीं कह रही हैं, इधर के लोगों को और उधर के लोगों.. दोनों तरफ के लोगों को कह रही हैं. बाद में अनंत कुमार ने कहा कि सदस्यों ने लिंचिंग के संबंध में जो मुद्दे उठाए हैं, उससे वह गृह मंत्री को अवगत करा देंगे.