केदारनाथ : उत्तराखंड के केदारनाथ मंदिर के कपाट के रविवार से खुलते ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां जुटे. यह कपाट छह माह के शीतकालीन अवकाश के बाद खोले गये हैं. उत्तराखंड के राज्यपाल के के पॉल और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सबसे पहले पूजा-अर्चना की. रावल भीमाशंकर लिंग ने सुबह छह बजकर 15 मिनट पर मंदिर के प्रशासन और मंदिर समिति के अधिकारियों की मौजूदगी में मंदिर के द्वार खोले.
Portals of Kedarnath shrine have opened today. Governor KK Paul also present. #Uttarakhand pic.twitter.com/JxZ2kDEyqv
— ANI (@ANI) April 29, 2018
बाबा केदार की प्रतिमा को उखीमठ के ओमकारेश्वर मंदिर से फूलों से सजी पालकी में यहां लाया गया. सर्दियों में ओमकारेश्वर मंदिर में ही बाबा की पूजा की जाती है. वैदिक श्लोकों के जाप और धार्मिक अनुष्ठानों के बीच प्रतिमा को मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया गया और बाद में मंदिर के मुख्य द्वार को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोला गया. केदारनाथ कपाट के आज खुलने के बाद अब कल बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलेंगे.
इसी के साथ चार धाम की यात्रा करने वालों की संख्या बढ़नी शुरू हो जायेगी. यमनोत्री – गंगोत्री धाम और केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के बीच 11 दिनों के अंतर को इस साल चार धाम की यात्रा के प्रति कुछ कम उत्साह का कारण माना जा रहा है.
अधिकारियों का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मंदिर के दर्शन को आ सकते हैं. मोदी केदारपुरी के पुनर्निर्माण कार्य पर खुद नजर बनाये हुए हैं. सुविधाओं में सुधार के साथ ही श्रद्धालु इस बार शिव भगवान पर रखे गये लेजर शो समेत कई नये आकर्षणों का भी आनंद ले पायेंगे.