नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धार्मिक-स्थलों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर सफाई की समस्या से निपटने के लिए केरल में विश्व-प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में सफाई अभियान चला रहे पुलिस अधिकारी पी विजयन से सबक लेने का आह्वान किया है. मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में स्वच्छ भारत अभियान की कामयाबी के लिए विजयन को प्रेरणास्रोत बताते हुए कहा कि सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा स्वामी का आशीर्वाद लेने के लिए हर साल आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की वजह से वहां स्वच्छता बनाये रखने की चुनौती का सामना जन-भागीदारी से किया जा सकता है.
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उन्होंने कहा कि पी विजयन नाम के एक पुलिस अफसर ने मंदिर में स्वच्छता के लिए जागरुकता का एक स्वैच्छिक-अभियान पुण्यम पुन्कवाणम शुरू कर एक ऐसी परंपरा बना दी कि जो भी यात्री आते हैं, उनकी यात्रा तब तक पूरी नहीं होती, जब तक कि वे स्वच्छता के कार्यक्रम में कोई न कोई शारीरिक श्रम न करते हों. प्रधानमंत्री ने कहा कि ऊंच, नीच और छोटे-बड़े की सोच से दूर इस अभियान में हर यात्री, भगवान की पूजा का ही भाग समझ कर गंदगी हटाने में कुछ न कुछ श्रमदान जरूर करता है. हर सुबह यहां सफाई का दृश्य बड़ा ही अद्भुद होता है और सेलिब्रिटी से लेकर अफसर और उद्योगपति तक सभी तीर्थयात्री पुण्यम पुन्कवाणम अभियान का हिस्सा बन जाते हैं.
मोदी ने देशवासियो से दो अक्टूबर, 2014 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर लिये गये स्वच्छ-भारत संकल्प को याद दिलाते हुए कहा कि हम सब ने तय किया था कि जब पूज्य बापू की 150वीं जयंती हो, तो उन्हें हम उनके सपनों का स्वच्छ भारत देने की दिशा में कुछ-न-कुछ करें. उन्होंने कहा कि देश भर में जन-भागीदारी से अब बदलाव दिखने लगा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता के स्तर की उपलब्धियों का आकलन करने के लिए आगामी 4 जनवरी से 10 मार्च, 2018 के बीच दुनिया का सबसे बड़ा सर्वे स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 किया जायेगा. ये सर्वे, चार हजार से भी अधिक शहरों में लगभग 40 करोड आबादी के बीच किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि इस सर्वे में शहरों को खुले में शौच से मुक्त बनाने, कूड़ा एकत्र कर इसे कचरा निस्तारण केंद्रों तक ले जाने, वैज्ञानिक तरीकों से इसका निस्तारण करने, स्वच्छता के लिए किये गये नवाचारी प्रयास और इस काम में जन-भागीदारी को मानक बनाया गया है. मोदी ने कहा कि इस अभियान का मकसद अपने शहर को साफ रखना जन-जन का स्वभाव बनाना है. उन्होंने स्वच्छता-सर्वे में देशवासियों से बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की.