देहरादून: अल्मोड़ा की एक दुकान से तिरंगे की डिजाइन वाले डिब्बों में 12 जोड़ी जूते बरामद किये गये. स्थानीय लोग को संदेह है कि इस घटना के पीछे चीन का हाथ है. अल्मोड़ा की पुलिस अधीक्षक पी रेणुका देवी ने फोन पर बताया कि एक स्थानीय दुकानदार को भारतीय झंडे के डिजाइन वाले जूते के डिब्बे मिले. इसकी सूचना पुलिस को दे दी गयी है. पुलिस का कहना है कि तिरंगा वाले डिजाइन के डिब्बों में बंद ये जूते दिल्ली के करोलबाग से भेजा गया है, लेकिन अभी यह साफ नहीं है.
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स्थानीय लोग कयास लगा रहे हैं कि चीन-भारत सीमा के निकट अल्मोड़ा से जूतों के डिब्बों की बरामदगी के पीछे चीन का हाथ हो सकता है. लोगों का मानना है कि डोकलाम में दोनों देशों के बीच टकराव के मध्य यह भारत को नीचा दिखाने की चीन की कोशिश हो. एसपी ने बताया कि स्थानीय दुकानदार को बृहस्पतिवार को उधमसिंह नगर जिले के रद्रपुर के तमन्ना फुटवियर से जूते के ये डिब्बे मिले थे. रुद्रपुर के दुकानदार ने हालांकि कहा कि उनको दिल्ली से ये माल मिला था.
उन्होंने कहा कि तमन्ना फुटवियर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है, क्योंकि जूते के डिब्बे पर तिरंगे का डिजाइन भारतीयों की भावनाओं को आहत करने वाला प्रतीत होता है. एसपी ने कहा कि जूता या बॉक्स कहां से आये हैं, इसका पता लगाने का प्रयास जारी है.
हालांकि, संपर्क करने पर उधमसिंह नगर के एसएसपी सदानंद दाते ने बताया कि भेजा गया यह माल दिल्ली के करोलबाग स्थित संडे बाजार से भेजा गया था, जहां कम दाम पर चीनी माल उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि इस कारण जूतों के चीन में तैयार किये जाने की अटकलें लगायी जा रही हैं, लेकिन इस बात के स्पष्ट संकेत नहीं है कि माल वहीं से आया है.

