नयी दिल्ली: सिक्किम और भूटान सीमा पर चीन के साथ बढ़ते तनाव को लेकर सरकार ने शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलायी है. विदेश मंत्रालय की पहल पर विपक्षी दलों को मौजूदा स्थिति की जानकारी देने के लिए इस बैठक का आयोजन केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर होगा. सरकार की कोशिश है कि चीन के साथ बढ़ते तनाव को देखते हुए सरकार द्वारा उठाये गये कदमों के बारे में विपक्षी दलों को विश्वास में लिया जाये.
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इस बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और गृहमंत्री राजनाथ सिंह दोनों विवादों को लेकर विस्तृत जबाव देंगे. साथ ही कश्मीर की स्थिति पर भी बात होगी. चीन से विवाद को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सरकार की आलोचना कर चुके हैं. चीन सिक्किम क्षेत्र के डोकलाम इलाके को अपना क्षेत्र बता कर सड़क निर्माण की कोशिश कर रहा है, जिसका विरोध भारत और भूटान ने किया है. सामरिक लिहाज से महत्वपूर्ण चुंबी घाटी भारत-भूटान और चीन को जोड़ता है. चीन इसे अपना इलाका बता कर यहां सड़क निर्माण करना चाहता है.
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भारत का रुख स्पष्ट
सिक्किम सेक्टर के डोकलाम क्षेत्र में भारत-चीन के बीच जारी गतिरोध के बारे में पूछे जाने पर बागले ने कहा कि इस मुद्दे पर राजनयिक चैनल खुले हुए हैं. उनका पहले की तरह उपयोग जारी रहेगा. यह हमारे लिए गंभीर मामला है, जिसके प्रभाव हैं. यह कई कारणों से हैं. हमने इस बारे में पहले ही अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है.
हैमबर्ग में मोदी-शी ने की थी बात
बागले ने कहा कि ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर हैमबर्ग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच एक संवाद हुआ था, जिसमें कई विषयों पर चर्चा हुई. इस बारे में तब हमने विज्ञप्ति, फोटो जारी किया था. यह पूछे जाने पर कि चीन ने कहा है कि मोदी और शी के बीच कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं हुई है, तो उन्होंने कहा कि दोनों के बीच हैमबर्ग में संवाद हुआ.

