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Heat Stroke in UP: लू का कहर जारी, बलिया में मृतकों के घर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम, 178 नए मरीज भर्ती

चिकित्सकों के मुताबिक भीषण गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक के मरीज बढ़ गए हैं. इसी वजह से अधिक लोगों की जान जा रही है. प्रदेश में बलिया, देवरिया, कानपुर, गोरखपुर, कुशीनगर, बस्ती, महराजगंज और पूर्वांचल के अन्य जनपदों सहित कई जगह गर्मी और लू की वजह से लोगों की मौतों की खबर सामने आई है.

Heat Stroke in UP: यूपी में मानसून के आगमन से पहले भीषण गर्मी का प्रकोप लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है. लखनऊ सहित प्रदेश के सभी जनपदों में बिजली की अघोषित कटौती के कारण लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. शहरी क्षेत्रों में भी दिन के साथ रात में बिजली की आवाजाही बनी हुई है.

इस बीच पूर्वांचल में मानसून के आने से पहले लोगों को भीषण गर्मी से जूझना पड़ सकता है. वहीं बलिया और देवरिया में गर्मी के कारण 150 से अधिक मौतों के बाद स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड पर है, मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है. हालांकि मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है.

बलिया जिला अस्पताल में भर्ती 11 और मरीजों की सोमवार को मौत हो गयी. इसके साथ ही पिछले पांच दिनों में इस अस्पताल में मरने वालों की संख्या बढ़कर 68 हो गयी है. बलिया के मुख्य चिकित्सा अधिकारी जयंत कुमार ने कहा कि पिछले 24 घंटों में कुल 178 नये रोगियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से 11 की मौत हो गई है. जिनकी मौत हुई है वे विभिन्न बीमारियों से पीड़ित थे.

प्रदेश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने कहा कि सभी अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि वे मरीजों को तत्काल आवश्यक उपचार उपलब्ध कराएं. जैसे-जैसे मौसम में सुधार हो रहा है, आशा है कि हम इसमें सुधार देखेंगे. सभी अस्पताल अलर्ट पर हैं. उन्होंने कहा कि यह नहीं कहा जा सकता कि बलिया में हुई सभी मौतें हीट स्ट्रोक से हुई हैं क्योंकि उनमें से कुछ गंभीर बीमारियों से पीड़ित थीं. हम लोगों से कम बाहर जाने और नियमित रूप से पानी पीने की अपील करते हैं.

इस बीच बलिया में जानलेवा गर्मी के बाद लखनऊ से पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाकर लोगों से बातचीत कर रही है. इसके साथ ही उन्हें हीट वेव को लेकर सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है. बलिया के दो ब्लॉकों में ज्यादा मौतें होने की जानकारी पर लखनऊ से आई टीम ने क्षेत्र का जायजा लिया.

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संचारी रोग निदेशक डॉ. एके सिंह और निदेशक (उपचार) डॉ. केएन तिवारी सहित अन्य चिकित्सक सीएचसी पहुंचे. उन्होंने गर्मी के बीच विभन्न बीमारियों से मरने वाले लोगों के घर-घर पहुंचकर सर्वे किया. उनके खानपान, रहन सहन, वातावरण, पानी सप्लाई, मृतक की दिनचर्या सहित अन्य व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी की. टीम ने कई गांवों का दौरा कर पानी आदि की सैंपलिंग भी की. इस दौरान लोगों से जानकारी की गई कि जिन लोगों की लू से मौत की बात कही जा रही है, उन्हें पहले से कोई बीमारी तो नहीं थी.

डॉ. केएन तिवारी ने बताया कि जिला अस्पताल की स्थिति का निरीक्षण किया गया है. गर्मी के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि पहले की अपेक्षा अब अस्पताल में व्यवस्थाओं में सुधार किया गया है. अभी एक गांव में सिर्फ एक व्यक्ति की मौत की सूचना है, जो टीबी का मरीज था. हमने मरीजों से नमूने एकत्र किए हैं और जांच चल रही है. हम पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यहां हो रही मौतों के पीछे क्या मुख्य कारण है.

उधर देवरिया में 50 से अधिक मौतों के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों से भीषण गर्मी में बाहर नहीं निकलने की अपील की गई है. इमरजेंसी मेडिकल अफसर डॉ. सीपी तिवारी ने बताया कि तेज गर्मी के कारण इमरजेंसी में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. लू लगने व गर्मी से बुखार, सांस में दिक्कत, बेहोशी की हालत सहित अन्य समस्याओं से ग्रसित मरीज आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि सामान्य तौर पर करीब छह-सात मौत हर रोज हो रही है.

इस बीच गर्मी से मौतों को लेकर सियासत भी तेज हो गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हीटवेव को लेकर अस्पताल आने वाले हर व्यक्ति को तत्काल इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं. वहीं विपक्ष सरकार पर हमलावर बना हुआ है.

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री हर दिन बड़े-बड़े दावे करते हैं. लेकिन, सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में आवश्यक दवाएं ही नहीं हैं. अब जब पूरा प्रदेश भीषण गर्मी और लू में तप रहा है, तब बिजली संकट होना सरकार की विफलता है.

सपा के राष्ट्रीय सचिव रामगोविंद चौधरी ने प्रदेश सरकार पर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर लापरवाह होने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सरकार हीट वेव के दौरान बलिया जनपद को राहत पहुंचाने में पूरी तरह नाकाम रही है. अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए सीएमएस एवं अन्य डाक्टरों को बली का बकरा बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सपा सरकार में बलिया जिला चिकित्सालय में ट्रामा सेंटर बना था. उसे आज तक वर्तमान सरकार संचालित नहीं करा पाई. गंभीर बीमारियों की जांच के लिए आधुनिक मशीनें सपा सरकार में आई थीं. वह धूल फांक रही हैं.

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि यूपी के अलग-अलग जिलों में भीषण गर्मी और लू के चलते 100 से अधिक मौतें हो चुकी हैं. अकेले बलिया जिले में 50 से अधिक मौतें हो चुकी हैं. इससे पता चलता है कि तमाम बड़े-बड़े दावों के बावजूद प्रदेश में गर्मी एवं लू की मार से निपटने के लिए बुनियादी सुविधाएं तक नहीं हैं. ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने सभी पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने और अस्पतालों में इलाज की व्यवस्था चाकचौबंद करने की मांग की है.

Sanjay Singh
Sanjay Singh
working in media since 2003. specialization in political stories, documentary script, feature writing.

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