बांका. जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला के निर्देश पर स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के तहत कृषि विभाग की ओर से आदिवासी गांव लीलावरण में उन्नत खेती को लेकर किसानों को प्रशिक्षण दिया गया. जिसमें गांव में प्राकृतिक खेती कर रही महिला किसानों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया. इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि कैसे हम रसायन मुक्त खेती कर अपने खेत को सुरक्षित व स्वस्थ रख सकते हैं. इस गांव के सैकड़ों किसान राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन से जुड़े हैं. महिला किसानों ने अपने गांव को एक आदर्श, स्वच्छ व रसायन मुक्त गांव बनाने का प्रण लिया. कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ किसानों को दिला कर इसे एक विकसित गांव बनाने के लिए विभाग सजग और प्रयासरत है. गांव के किसानों द्वारा कई एकड़ भूमि पर टमाटर, शिमला मिर्च, बैगन व मूंगफली की खेती प्राकृतिक तरीके से की जा रही है. हर खेत में कम दो गड्ढा कर इसमें गोबर, खर पतवार व अन्य जैव पदार्थ भरकर उसे हरी खाद व जैविक खाद में बदलने की भी तैयारी चल रही है. इस पूरे अभियान में पंचायती राज संस्थाओं व एफपीओ का भी सक्रिय सहयोग लिया जा रहा है.
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