हाजीपुर. बदलते मौसम में कभी धूप, कभी बारिश से जिले में वायरल फीवर और डेंगू का खतरा काफी बढ़ गया है. मौसम में बदलाव के साथ वायरल संक्रमण और डेंगू का खतरा काफी बढ़ गया है. सोमवार को सदर अस्पताल में वायरल फीवर के अधिकांश मरीज पहुंचे थे. सदर अस्पताल के ओपीडी में 345 मरीजों में अधिकांश मरीज वायरल फीवर के पहुंचे थे. पिछले तीन हफ्तों में ओपीडी में बुखार, खांसी और शरीर में दर्द की शिकायत वाले मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है. ज्यादातर मामलों में रोगियों में वायरल बुखार का निदान किया जा रहा है, हालांकि कुछ लोगों में टेस्ट के दौरान डेंगू और मलेरिया की समस्या का भी पता चल है.
मालूम हो कि वायरल फीवर और डेंगू के अधिकतर लक्षण भी समान होते हैं, ऐसे में शुरुआत में इनमें फर्क करना भी कठिन रहता है, हालांकि डेंगू जैसी स्थितियों में निदान में देरी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है, जिसको लेकर सावधानी बरतना बहुत जरुरी है. जिले में बढ़ रहे डेंगू मरीज की संख्या को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट दिख रहा है. जिले अब तक डेंगू के 15 मामले सामने आए हैं, हालांकि यह सरकारी रिकार्ड है. लोगों के अनुसार जिले में लोग बड़ी संख्या में डेंगू के शिकार हैं. जो अपना निजी अस्पताल में इलाज करा रहे है. जिले में बढ़ रहे डेंगू मरीज की संख्या को देखते हुए सदर अस्पताल में 10 बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है. साथ ही डेंगू मरीज के उपचार के लिए दवा की व्यवस्था भी की गयी है.इस संबंध में सिविल सर्जन डा श्याम नंदन प्रसाद ने बताया कि सदर अस्पताल में डेंगू को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. सदर अस्पताल में 10 बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है. वहीं, पीएचसी-सीएचसी में दो-दो बेड का वार्ड बनाया गया है. सभी बेड मच्छरदानी युक्त हैं. डेंगू की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान भी चला रहा है. शहरी व ग्रामीण इलाकों में डेंगू की रोकथाम के लिए फॉगिंग भी कराई जा रही है.
संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है वायरल फीवर
सदर अस्पताल के डा एके यादव ने बताया कि अभी के समय में वायरल संक्रमण तेजी से फैल रहा है. जिसको लेकर सभी लोगों को विशेष सावधानी बरतते रहना चाहिए. वायरल फीवर किसी वायरस के संक्रमण से होने वाला बुखार है. यह आमतौर पर मौसम बदलने, बारिश या सर्दी में अधिक फैलता है. यह संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने, छींकने या खांसने से एक से दूसरे में फैलता है.अभी का समय डेंगू के लिए काफी अहम है. डेंगू एक वायरल संक्रमण है, जो मच्छर के काटने से फैलता है. डेंगू खासकर बरसात के मौसम में तेजी से फैलता है, जब आसपास पानी जमा हो जाता है और मच्छर पनपने लगते हैं. अगर हम सामाजिक रूप से यह नियम बना लें कि हफ्ते में एक दिन अपने घर के आस-पास के छोटे कंटेनर का पानी उलट दें या निकाल दें, तो लार्वा को पनपने से रोका जा सकता है. इन्होंने बताया कि बारिश एवं जलजमाव होने पर मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है. लोगों से डेंगू से बचाव को लेकर घर में मच्छर रोधी स्प्रे का प्रयोग करे. साथ ही शरीर पूरी तरह कपड़े से ढकने और घर से बाहर निकलने पर मच्छरों से सतर्क रहे.वायरल फीवर के सामान्य लक्षण
हल्का से मध्यम बुखार (99°F से 102°F तक
गले में खराशखांसी या सर्दीबदन दर्द या जोड़ों में दर्दसिर दर्दथकान और कमजोरीआंखों में जलन या लाल होनाकभी-कभी जी मिचलाना या दस्तवायरल फीवर आमतौर पर 3-5 दिनों में ठीक हो जाता हैवायरल फीवर के उपचार
आराम और भरपूर नींदतरल पदार्थ ज्यादा मात्रा में लेनाबुखार के लिए पैरासिटामोलहल्का और सुपाच्य भोजनडॉक्टर की सलाह से दवाएं लेनाडेंगू के लक्षण:
अचानक तेज़ बुखार (104°F तक)सिर के पिछले हिस्से में तेज़ दर्दआंखों के पीछे दर्दपेशाब कम हो रहा होप्लेटलेट्स की संख्या लगातार घट रही हो
मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द (जिसे “हड्डी तोड़ बुखार भी कहते हैंडेंगू के उपचार
डॉक्टर की निगरानी में रहनापानी, नारियल पानी, जूस आदि भरपूर मात्रा में लेना
भारी व्यायाम, बाहर निकलना या धूप से बचना चाहिएसाफ-सफाई रखें
मच्छरों से बचाव के लिए शरीर को ढककर रखेंमच्छरदानी का इस्तेमाल करेंआसपास पानी जमा न होने देंघर के अंदर मच्छर भगाने वाले साधन इस्तेमाल करेंडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

