जमालपुर. पूर्व रेलवे मालदा रेल मंडल अंतर्गत जमालपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन पर शनिवार की देर रात्रि ढाई घंटे का ब्लॉक लेकर थिक वेब स्विच लगाया गया. जिससे ट्रेनों की रफ्तार और सुरक्षा बढ़ाने में मदद मिलेगी. जानकारी के अनुसार शनिवार की देर रात्रि 22:30 बजे से मध्य रात्रि 1:00 बजे तक पॉइंट रेनुएवल वर्क ब्लॉक लिया गया था. इस दौरान जमालपुर के सेंट्रलाइज्ड रूट रिले इंटरलॉकिंग सिस्टम के दो बिंदु को थिक वेब स्विच से बदल गया. जानकारी में बताया गया कि रात्रि में पॉइंट संख्या 344 और पॉइंट संख्या 348 को हटाकर वहां थिक वेब स्विच लगाया गया. इस ब्लॉक के कारण कोई ट्रेन परिचालन प्रभावित नहीं हुआ, क्योंकि मुख्यालय मालदा द्वारा थिक वेब स्विच लगाने के लिए ब्लॉक सैंक्शन किया जाता है. जिसमें किसी ट्रेन के प्रभावित होने की संभावना नहीं रहती है, क्योंकि ब्लॉक उस समय लगाया जाता है. जिस समय वहां से होकर कोई ट्रेन गुजरने वाली नहीं हो. इससे पहले पॉइंट रेनुवल वर्क ब्लॉक 27 और 28 अगस्त को लिया गया था. इस कार्य का संपादन पीडब्ल्यूआई के सीनियर सेक्शन इंजीनियर मनीष कुमार की देखरेख में संपन्न हुआ, जबकि मौके पर ट्रैफिक इंस्पेक्टर नीरज कुमार मौजूद थे.
थिथिकक वेब स्विच से बढ़ेगी ट्रेनों की रफ्तार, रक्षा तंत्र भी होगा मजबूत
जानकारी में बताया गया कि फिलहाल भागलपुर-जमालपुर-किऊल रेलखंड पर ट्रेनों की अधिकतम रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटा है. जिसे थिक वेब स्विच लगने के बाद बढ़ाकर 130 किलोमीटर प्रति घंटा कर दिया जाएगा. साथ ही ट्रेन परिचालन में पॉइंट्स का महत्वपूर्ण योगदान होता है. रेलवे ट्रैक पर एक ट्रैक से दूसरी ट्रैक पर जाने के लिए पॉइंट्स का उपयोग किया जाता है. प्वाइंट्स जितना मजबूत होगा. ट्रेन की रफ्तार उतनी अधिक हो सकती है. प्वाइंट्स मजबूत नहीं होने की स्थिति में ट्रेन की रफ्तार भी कम रखी जाती है. थिक वेब स्विच न केवल ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने में मदद करेगी, बल्कि ट्रेन परिचालन की सुरक्षा के मानक को भी मजबूत करेगी. जानकारी में बताया गया कि भागलपुर-जमालपुर-किऊल रेलखंड के जमालपुर-भागलपुर के बीच अबतक लगभग 50 पॉइंट्स के बदले थिक वेब स्विच लगा दिया गया है.क्या होता है थिक वेब स्विच
जानकार बताते हैं कि थिक वेब स्विच एक आधुनिक रेलवे स्विच तकनीक है. जो कंक्रीट स्लीपरों पर स्थापित की जाती है और उच्च गति से गुजरने वाली ट्रेनों के लिए पारंपरिक स्विच की तुलना में अधिक मजबूत, टिकाऊ तथा विश्वसनीय होती है. यह स्विच ट्रेनों की गति बढ़ाने यात्रा के दौरान होने वाले कंपन को कम करने और ट्रैक की सुरक्षा व जीवन काल को बढ़ाने में मदद करता है. जिससे यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलता है. इसका निर्माण इस तरह से किया जाता है कि यह उच्च गति पर ट्रेन के भारी भर को झेल सके. जिससे ट्रैक अधिक मजबूत होता है. यह तकनीक टर्न आउट संबंधित विफलताओं को लगभग शून्य कर देती है और सामान्य सूचना की तुलना में कहीं अधिक विश्वसनीय होती है.कहते हैं अधिकारी
स्टेशन प्रबंधक दीपक कुमार ने बताया कि शनिवार की रात्रि ब्लॉक लेकर पॉइंट संख्या 344 और पॉइंट संख्या 348 पर थिक वेब स्विच लगाया गया. इसका समय निर्धारण मुख्यालय मालदा से किया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

