गोपालगंज. शारदीय नवरात्रि के तीसरे दिन बुधवार को मां सिंहासनी के दर्शन के लिए थावे में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. तड़के भोर से ही थावे की गलियां मां के जयकारों से गूंज उठीं. मां चंद्रघंटा के दिव्य स्वरूप का दर्शन कर भक्त भाव-विभोर हो उठे. भक्तों की कतारें मंदिर के बाहर लंबी दूरी तक लगी रहीं. लोग हाथों में नारियल, गुड़हल की माला और भोग प्रसाद लेकर माता के दरबार में पहुंचे. घंटों कतार में खड़े रहकर जब श्रद्धालु मां के दर्शन करते तो उनके चेहरे पर सुकून और श्रद्धा साफ झलकती थी. मंदिर परिसर में हर कोना आस्था से सराबोर था. भोर में जगत जननी की मंगला आरती के साथ शुरू हुआ दर्शन-पूजन का क्रम देर रात तक चलता रहा. प्रशासन द्वारा मां के गर्भगृह का मुख्य द्वार खोले जाने से दर्शन में काफी सहूलियत हुई. अब श्रद्धालुओं को बिना धक्का-मुक्की के आसानी से मां की मनोहारी छवि का दर्शन हो रहा है. मंदिर परिसर में साधक जगह-जगह बैठकर पूजा-पाठ और ध्यान में लीन दिखे. महिला श्रद्धालु मां को सिंदूर अर्पित कर कलाई पर रक्षा सूत्र बंधवाने की परंपरा निभा रही थीं. उधर, मंदिर के मुख्य पुजारी पं. संजय पांडेय ने बताया कि आज मां चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना की गयी. यह स्वरूप भक्तों को आत्मबल, शांति और सुख-समृद्धि प्रदान करता है. मां के पूजन से घर में क्लेश दूर होता है और जीवन खुशियों से भर उठता है. नेपाल, उत्तर प्रदेश और बिहार के विभिन्न जिलों से आए श्रद्धालु नारियल, चुनरी और पेड़ा अर्पित कर मां से अपने मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना कर रहे थे. मां सिंहासनी का दरबार भक्ति, श्रद्धा और आस्था से सराबोर रहा.
सुरक्षा को लेकर हाइ अलर्ट मोड में रहे अधिकारी
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी हाइ अलर्ट मोड में रहे. थानाध्यक्ष वरुण कुमार झा, अपर थानाध्यक्ष विश्वमोहन, टीओपी प्रभारी धीरज कुमार, बीसीओ पुष्पराज कुमार सहित महिला पुलिस व जवान तैनात रहे. एसडीओ अनिल कुमार ने बुधवार को मेला स्थल का निरीक्षण कर सुरक्षा व जन सुविधाओं की समीक्षा की. उन्होंने श्रद्धालुओं से संवाद कर जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी प्वाइंट की जांच की और भीड़ नियंत्रण को लेकर निर्देश दिये.
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