जेजेएस कॉलेज में बाइनरी सिस्टम पर परिचर्चा का आयोजन, बोले प्राचार्य मिहिजाम. नैक से मूल्यांकन के लिए नैक के बाइनरी सिस्टम पर जनजातीय संध्या डिग्री महाविद्यालय मिहिजाम में परिचर्चा का आयोजन किया गया. अध्यक्षता प्राचार्य प्रो कृष्ण मोहन साह ने की. परिचर्चा में कॉलेज के शिक्षक शामिल हुए. इस अवसर पर नैक के बाइनरी सिस्टम पर चर्चा की गयी. प्राचार्य ने बताया कि नैक की ओर से अब कॉलेजों को नाॅनग्रेडेड व ग्रेड दो श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है. पूर्व में सात बिंदुओं पर फोकस किया जा रहा था, इसे अब 10 महत्वपूर्ण बिंदुओं पर स्वयं को आंकलन की आवश्यकता है. नैक के बाइनरी सिस्टम उच्च शिक्षा संस्थानों के मूल्यांकन को प्रभावी बनाने पर केंद्रित है, जिसमें छात्रों के सीखने के अनुभव में सुधार लाना मुख्य लक्ष्य है. कहा कि बाइनरी सिस्टम में शिक्षण और सीखने के तरीके अभी भी पारंपरिक ज्ञान और कौशल पर आधारित है, लेकिन नैक मूल्यांकन के लिए छात्रों की भागीदारी और गुणवत्ता में सुधार पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है. मौके पर शिक्षण अधिगम तकनीक, व्याख्यान आधारित शिक्षण अधिगम, समूह शिक्षण, खेल आधारित अधिगम, प्रौद्योगिकी आधारित अधिगम, इंटर्नशीप, फील्ड प्रोजेक्ट, सांस्कृतिक गतिविधियां, उत्तर पुस्तिका पुनर्गणना कार्य, निष्पक्ष ग्रेडिंगकार्य, छात्रों की व्यक्तिगत प्रतिक्रिया तथा शैक्षणिक सुधार के लिए मार्गदर्शन, डिजिटल प्लटेफॉर्म के उपयोग व प्रयोगशाला, ईलाइब्रेरी, ईजर्नल आदि गतिविधियों पर प्रकाश डाला गया. मौके पर डॉ राकेश रंजन, डॉ सोमेन सरकार, अरविंद सिन्हा, रंजीत यादव, बास्कीनाथ प्रसाद, शंभू सिंह, अमिता सिंह, दिनेश किस्कू, बीपी गुप्ता, सतीष शर्मा, रामप्रकाश दास, पूनम कुमारी, जयश्री, डॉ किरण वर्णवाल, देवकी पंजियारा आदि मौजूद थे.
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