वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े के अवसर पर नेत्रदान के लिए लोग आगे नहीं आते जबकि आज वैसे दृष्टिहीन लोगों को रोशनी की जरूरत है जो कॉर्निया के अभाव में पूरा नहीं हो पाता. यह बातें अधीक्षक बाबू साहब झा ने रैली के दौरान कही. इस जागरूकता रैली से लोगों से अपील की गयी कि वह अपनी आंखें दान कर दे, ताकि उनके जीवन के बाद उनकी आंखों से दूसरों का जीवन रोशन हो सके. उन्होंने कहा कि कभी-कभी नेत्रदान करने के बाद भी परिवार वालों की इच्छा नहीं रहती है. इस कारण भी नेत्रदान में कमी आती है है. मृत्यु उपरांत लोगों को समझना होगा कि मृत्यु उपरांत अगर किसी का नेत्र किसी के उपयोग में लाया जाता है तो इससे बड़ा दान कुछ नहीं हो सकता. डॉ चंद्रशेखर प्रसाद ने कहा कि अब और अधिक प्रत्यारोपण करने को लेकर अस्पताल तैयार है. नेत्रदान पखवाड़े रैली में एएनएम के साथ साथ अन्य स्वास्थ्य कर्मी भी शामिल थे.
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