मधुपुर. शहर के पथलचपटी मोहल्ले के बैंकुंठधाम के निकट 32 लाख की लागत से पोस्टमार्टम हाउस बनकर तैयार है. जिसका उद्घाटन 25 फरवरी 2019 को किया गया था. लेकिन उद्घाटन के छह साल बाद भी पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है. इस दौरान तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार ने दावा किया था कि हर हाल में आठ मार्च 2019 तक पोस्टमार्टम हाउस विधिवत तरीके से काम करने लगेगा. पर आज भी स्थिति जस की तस बनी हुई है. पोस्टमार्टम हाउस के पास कचरे का अंबार लगा है. भवन जर्जर हो चुका है. यहां से कई सामान चोरी हो चुकी है. खिड़की के शीशे आदि तोड़ दिया गया है. लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधि और विभागीय पदाधिकारी यह स्पष्ट करें कि उद्घाटन क्यों किया गया था. जब कोई सिस्टम का उद्घाटन होता है और काम शुरू नहीं होता है तो इसका क्या मतलब रह जाता है. आखिरकार आनन-फानन में कचरे के अंबार के बीच बिना इंफ्रास्ट्रक्चर की तैयारी का पोस्टमार्टम हाउस का उद्घाटन क्यों कर दिया गया?. मधुपुर क्षेत्र के लोगों को पोस्टमार्टम हाउस के उद्घाटन के बाद भी देवघर जाना पड़ रहा है. इससे आर्थिक, मानसिक और शारीरिक परेशानी का दंश झेलने को लोग विवश है. लोगों ने उपायुक्त व सिविल सर्जन से मांग की है कि लोगों की परेशानी और जनहित को ध्यान में रखते हुए अविलंब पोस्टमार्टम हाउस चालू कराने की दिशा में ठोस पहल करें. बताते चले कि उक्त पोस्टमार्टम हाउस में कई साल तक दो कर्मी की भी प्रतिनियुक्ति किया गया था.इसके बाद में हटा लिया गया.
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