जमालपुर. प्रसिद्ध सूफी संत हजरत वली अली उर्फ सतबरे पीर रहमतुल्लाह आलेह का सालाना उर्स शनिवार को बड़े ही अकीदत और एहतराम के साथ मनाया गया. इस अवसर पर आए लोगों ने अपनी हाजिरी दी और मजार पर चादर पेश कर दुआएं मांगी. हर साल की तरह इस बार भी पुरुष व फातिहाखानी के मौके पर कुरान खानी, गुलपोशी, चादरपोशी, फातियाह खानी और लंगर का आयोजन किया गया. सभी धर्म के लोगों बड़ी संख्या में इसमें शामिल हुए. जो सूफी परंपरा में आपसी भाईचारे और मोहम्मद अमन जैन शांति सद्भावना एवं सौहार्द का प्रतीक है. स्थानीय निवासी डॉ आसिफ अली ने बताया कि सतबरे पीर बाबा का उर्स 19वीं सदी से हमारे लिए सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक पर्व है. जिसमें हर तबके के लोग शिरकत करते हैं. उन्होंने बताया कि हज़रत वली अली उर्फ सतबरे पीर चिश्ती सिलसिला के संत थे और उनके ही नाम पर वलीपुर मोहल्ला बसा हुआ है. दरगाह प्रबंधन समिति के निवेदक मो इरशाद अली ने उर्स की तैयारी का अंतिम रूप दिया. मो इब्राहिम उर्फ भगलू बाबा की सेवा पिछले 60 साल से कर रहे हैं. मौके पर फैयाज खान, आसिफ अली, ईशान अली, कुंदन लाल, विवेक मंडल, सगीर अहमद, अल्ताफ राजा, साबिर, रितिक राजपूत, शहीद राजा, मो अयान आदि मौजूद थे.
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