जीएसटी की नई दरों ने रियल एस्टेट को दी मजबूती, निर्माण सामग्री पर कर में भारी कटौती
उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुरजीएसटी स्लैब की घटी दरों की वजह से घर बनवाना अब झंझट का काम नहीं रहेगा. निर्माण सामग्री के रेट घट जायेंगे. इससे अब घर बनाना पहले से सस्ता होगा. निर्माण सामग्री पर कर दरों में कमी से लोगों को अब कुछ राहत मिलेगी. जीएसटी की दरों में कमी 22 सितंबर से प्रभावी होगी. इससे मध्यम आय वर्ग के लोग घर बनाने के लिए प्रोत्साहित होंगे. इस कदम को रियल स्टेट व बुनियादी ढांचा क्षेत्र के लिए अहम सुधार माना जा रहा है. सीमेंट, जो निर्माण लागत का 10-12 फीसदी हिस्सा होता है, इस पर जीएसटी को 28 से घटा 18 फीसदी कर दिया गया है. इसके अलावा, ग्रेनाइट, मार्बल और सैंड-लाइम ईंटों पर कर दर 12 से घटाकर पांच फीसदी व सरिया पर भी 13 फीसदी जीएसटी घट गयी है.क्रिसिल इंटेलिजेंस की एक रिपोर्ट के अनुसार, इन कटौतियों से निर्माण लागत में 10 फीसदी की की कमी आयेगी. यह कमी डेवलपर्स के मार्जिन को बेहतर बनायेगी और कुछ हद तक खरीदारों को भी लाभान्वित करेगी, लेकिन निर्माण सामग्री की खुद खरीदारी कर अपनी जमीन में घर बनाने वालों को अधिक फायदा होगा. सिविल इंजीनियर के अनुसार पहले आवास निर्माण में प्रति स्कावयर फुट 2200 रुपये लगता था, जो घटकर 2000 रुपये हो गया है. इससे घर बनाने वाले लोगों को सहूलियत मिलेगी.
हाउसिंग फॉर ऑल मिशन को गति
जीएसटी दरों में कमी से हाउसिंग फॉर ऑल मिशन को गति मिलेगी. लोगों के लिए घर खरीदना सुलभ हो जायेगा. उपभोक्ताओं को रियायती कीमतों या आकर्षक ऑफर्स के रूप में नया घर मिलेगा. इससे रियल स्टेट क्षेत्र को मजबूती मिलेगी. मालीघाट में अपनी जमीन पर घर बनाने की सोच रहे सुरेश साह ने बताया कि निर्माण सामग्री की दर कम होने से हम जैसे आर्थिक रूम से कमजोर लोगों को राहत मिलेगी.वर्जन
बहुत दिनों के बाद ऐसा संयोग आया है कि लोगों के लिए घर बनाना सस्ता हो गया है. इन दिनों ईंट का रेट भी चार हजार गिरा हुआ है. फिलहाल 13 हजार में 1500 ईंट मिल रही है.इसके अलावा सीमेंट, सरिया, मार्बल व ग्रेनाइट की कीमत कम होने से लोगों को काफी राहत मिली है. घर निर्माण में दस फीसदी की कमी आयेगी.– इं ब्रशेश्वर ठाकुर, सिविल इंजीनियरदीपक 20
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