काफी दिनों से मिर्गी की बीमारी परेशान युवती का किया ऑपरेशन
Jamshedpur News :
एमजीएम अस्पताल में पहली बार रेडियोफ्रीक्वेंसी एब्लेशन (आरएफए) तकनीक से ऑपरेशन किया गया. न्यूरोलॉजी और एनेस्थीसिया विभाग की टीम ने 18 साल की एक युवती जो काफी दिनों से मिर्गी की बीमारी से परेशान थी, उसका उसका ऑपरेशन किया गया. चिकित्सकों ने बताया कि युवती को बार-बार दौरे पड़ते थे. दवाइयों का भी असर नहीं हो पा रहा था. ऐसे में विशेषज्ञ डॉक्टरों ने रेडियोफ्रीक्वेंसी एब्लेशन तकनीक से ऑपरेशन करने का निर्णय लिया तो सफल रहा. अब मरीज की स्थिति स्थिर है. डॉक्टरों का कहना है कि यदि आने वाले दिनों में दौरे बंद रहते हैं, तो युवती को दवाइयों से भी छुटकारा मिल सकता है. एनेस्थीसिया विभागाध्यक्ष डॉ. पवन दत्ता ने कहा कि एमजीएम में यह ऑपरेशन होना बड़ी उपलब्धि है. इस तकनीक से हम उन मरीजों का इलाज कर सकते हैं, जिन्हें लंबे समय से दवाइयों से राहत नहीं मिल रही थी. अब कोल्हान और आसपास के मरीजों को बड़े शहरों में जाने की जरूरत नहीं होगी. अब तक ऐसी सुविधा बड़े निजी अस्पतालों या महानगरों में ही उपलब्ध थी. एमजीएम में यह सेवा शुरू होने से गरीब और मध्यम वर्ग के मरीजों को सीधा लाभ मिलेगा.क्या है रेडियोफ्रीक्वेंसी एब्लेशन
डॉ पवन दत्ता ने बताया कि रेडियोफ्रीक्वेंसी एब्लेशन एक आधुनिक तकनीक है, जिसमें रेडियो वेव्स से पैदा होने वाली गर्मी का इस्तेमाल कर दिमाग या नसों के उस हिस्से को नष्ट किया जाता है, जो बार-बार असामान्य विद्युत गतिविधि पैदा करता है. इसका इस्तेमाल मिर्गी, न्यूरोपैथिक दर्द और दिल की धड़कन से जुड़ी कुछ बीमारियों में भी किया जाता है. इस तकनीक की सबसे खास बात है कि यह कम इनवेसिव (न्यूनतम चीरा) होती है और मरीज जल्दी रिकवर कर जाता है. कई मामलों में मरीज को दवाइयों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है.
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