बलिया. गंगा के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि से अब बलिया प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों के घरों में भी बाढ़ का पानी घुसने लगा है. हालात यह है कि लोग घरों को छोड़ अब पलायन करने लगे हैं. विगत एक सप्ताह से गंगा के जल स्तर में लगातार वृद्धि होने से धीरे-धीरे बाढ़ भयावह बनती जा रही है. पहले तो क्षेत्र के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी फैला जहां विगत दिनों आई बाढ़ के बाद किसानों द्वारा छिट्टा बुआई की पशुचारा एक बार फिर बाढ़ की भेंट चढ़ गयी. जिसके बाद धीरे-धीरे बाढ़ का पानी दियारा क्षेत्र की सभी मुख्य सड़कों पर फैल जाने से लोगों का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से टूट गया. लोगों को अब आवागमन के लिए नाव ही एकमात्र सहारा बचा है. उस पर भी सभी पंचायतों के गांव में सरकारी स्तर पर नाव की उपलब्धता नहीं होने के कारण लोग 50 से 60 रुपये किराया देकर नाव से आवागमन करने को मजबूर है. हालांकि स्थानीय सीओ रवि कुमार के द्वारा दो दर्जनों नावों का परिचालन तो कराया जा रहा है, लेकिन इस दो दर्जनों से अभी भी कई गांव ऐसे हैं जहां नाव की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इन सब के बीच गंगा के जलस्तर में मंगलवार से कमी आने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि सोमवार की देर शाम तक जलस्तर में किसी भी तरह की कमी नहीं देखी गयी है. इस बार गंगा की धारा काफी तेज रहने के कारण क्षेत्र में काफी क्षति भी हुई है. जिसका आकलन तो बाढ़ के बाद ही लगाया जा सकता है. अगस्त माह में लगातार दो बार आई बाढ़ लोगों को संभलने का मौका भी नहीं दे पा रही है. पहली बार आई बाढ़ 15 अगस्त के बाद चली गयी. इस बीच लोग थोड़ा संभल पाते कि पुनः दूसरी बार 25 अगस्त को बाढ़ ने दस्तक दे दी. जिससे लोगों की परेशानी और बढ़ गयी.
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