आय से अधिक संपत्ति का मामला
सीवान. समस्तीपुर में तैनात विद्युत अधीक्षण अभियंता विवेकानंद के आय से अधिक संपत्ति मामले में गुरुवार को जांचकर्ताओं ने बड़ा खुलासा किया है. जांच में यह सामने आया कि विवेकानंद की पत्नी के नाम सीवान जिले में दस करोड़ रुपये मूल्य की जमीन खरीदी गयी है, जबकि बैंक के लॉकर में लगभग 30 लाख रुपये मूल्य के सोने-चांदी के आभूषण पाये गये हैं. बिहार पुलिस मुख्यालय के आर्थिक एवं साइबर अपराध प्रभाग ने विवेकानंद के पद का दुरुपयोग कर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में दो दिन पहले पटना थाने में प्राथमिकी दर्ज की थी. प्रारंभिक जांच में यह तथ्य सामने आया कि विवेकानंद ने अपने पद का दुरुपयोग कर ज्ञात आय के स्रोतों की तुलना में चार करोड़ 87 लाख 30 हजार तीन सौ 45 रुपये की संपत्ति अर्जित की है, जबकि उनकी ज्ञात आय इससे बहुत कम थी. जांच में यह भी पता चला कि विवेकानंद ने अपनी पत्नी के नाम कई संपत्तियां खरीदी हैं. इसमें हुसैगंज के टिकरी और रसीदचक, रघुनाथपुर के संठी, पचरूखी के अतरसुआ, आंदर के सोनकरा सानी, सीवान के रामनगर और जामो बाजार थाना के डुमरा शामिल हैं. इन संपत्तियों का कुल बाजार मूल्य लगभग 8-10 करोड़ रुपये आंका गया है. उल्लेखनीय है कि सीवान में एक दस्तावेज के माध्यम से लगभग साढ़े तीन बिगहा भूमि भी खरीदी गयी है. इसके अतिरिक्त सीवान स्थित भारतीय स्टेट बैंक में विवेकानंद की पत्नी के नाम पर एक लॉकर भी पाया गया, जिसमें लगभग 30 लाख रुपये मूल्य के आभूषण रखे गये हैं. अब तक की जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि विवेकानंद ने स्वयं तथा अपने सहयोगियों के माध्यम से करीब 25-30 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति अर्जित की है.पुलिस कर रही है दस्तावेजों की जांच
पुलिस और संबंधित विभाग इस मामले की विस्तार से जांच कर रहे हैं और सभी दस्तावेजों, प्रमाणों और संपत्तियों का सत्यापन कर रहे हैं. जांचकर्ता यह भी देख रहे हैं कि संपत्ति अर्जित करने में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार या दुरुपयोग हुआ है या नहीं. मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. इस पूरे मामले ने सरकारी तंत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्व को दोबारा उजागर कर दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

