मधुपुर . करौं प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित उच्च विद्यालय बगनाडीह में संसाधनों का घोर अभाव के बाद भी छात्र-छात्राएं पठन-पाठन कर रहे है. बताया जाता है कि वर्ष 20016-17 में उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय को अपग्रेड कर उत्क्रमित मध्य विद्यालय का दर्जा दिया गया था. वर्तमान में प्राइमरी के पांच शिक्षक, मध्य विद्यालय के एक व उच्च विद्यालय के एक शिक्षक इस स्कूल में है, जिनका डिपटेशन सारठ में भी है. ऐसे में कक्षा प्रथम से 10वीं तक के छात्र- छात्राओं को पठन पाठन करने में परेशानी हो रही है. विद्यालय में कुल 900 छात्र- छात्रा नामांकित है.
विद्यालय में 10 कमरे है, जिसमें चार कमरा अत्यंत जर्जर है. छह कक्षा में से एक में कंप्यूटर व एक में स्मार्ट क्लास संचालित किया जा रहा है. विद्यालय की चहारदीवारी के जर्जर होने के कारण छात्र असुरक्षित महसूस कर रहे है. सरकार द्वारा शौचालय का निर्माण कराया गया था. जिसकी स्थिति अत्यंत जर्जर हो चुकी है. बच्चे शौच के लिए घर व बाहर जाने को मजबूर है. विद्यालय परिसर में एक मात्र चापानल है, जो खराब है, जिससे एमडीएम संचालन में भी परेशानी होती है. विद्यालय में भवन की कमी के कारण छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन में परेशानी हो रही है. वही शेड के अभाव में खुले आसमान के नीचे मध्याह्न भोजन बनता है, जिससे संयोजिका समेत छात्रों को भी परेशानी होती है.क्या कहते है विद्यालय सचिव
चंद्र किशोर मंडल ने कहा कि विद्यालय में कुछ संसाधनों की कमी है. चहारदीवारी निर्माण व किचन शेड निर्माण के लिए विभागीय स्तर पर कई बार पत्राचार किया गया है. फिलहाल चार माह से राशि नहीं मिलने के कारण मध्याह्न योजना बंद होने की स्थिति में है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

