मांझा. प्रखंड मुख्यालय के बाजार और आसपास के इलाकों में डेंगू का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. पिछले दो सप्ताह में लगभग 25 से 30 लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. इनमें से कई मरीजों का इलाज गोरखपुर मेडिकल कॉलेज और निजी अस्पतालों में चल रहा है, जबकि कुछ लोग स्वस्थ होकर घर लौट आए हैं. पीड़ितों में मांझा बाजार के व्यापारी शंकर कुमार और उनके छोटे भाई प्रमोद कुमार, पुरानी बाजार के आनंद कुमार, राधेश्याम प्रसाद के पुत्र राहुल कुमार, राकेश कुमार के पुत्र राहुल कुमार, कपड़ा व्यवसायी अजय कुमार की पत्नी, राजू मियां की पुत्री, भवानी गंज गांव के रंजीत कुमार पटेल, मनीष कुमार सहित कई लोग शामिल हैं. बाजारवासियों का कहना है कि गली-गलियों में फैली गंदगी और जलजमाव के कारण मच्छरों की संख्या बढ़ गयी है, जिससे डेंगू फैल रहा है.
फॉगिंग व छिड़काव अधूरा, लोगों में बढ़ा आक्रोश
स्थानीय लोगों ने बताया कि गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक बाइक से केवल मुख्य सड़क और प्रखंड कार्यालय परिसर में छिड़काव कराया गया, जबकि भीतरी गलियों और गंदगी वाले इलाकों में दवा नहीं डाली गई. इससे लोगों में नाराजगी है. ग्रामीणों ने मांग की है कि पूरे बाजार में फॉगिंग और दवा छिड़काव नियमित रूप से हो, ताकि संक्रमण पर काबू पाया जा सके.सावधानी अपनाकर रहें सुरक्षित
घर और आसपास पानी न जमा होने दें.मच्छरदानी और रिपेलेंट का उपयोग करें.तेज बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द या लाल दाने दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.खुद से दवा लेने के बजाय जांच कराकर ही इलाज कराएं.
एक भी मरीज भर्ती नहीं
अगस्त माह में डेंगू के दो मरीज सामने आए थे. सितंबर में अब तक एक भी डेंगू का मरीज सरकारी अस्पताल में भर्ती नहीं हुआ है. इसके बावजूद एहतियातन गुरुवार को बाजार क्षेत्र में दवा का छिड़काव कराया गया.तारिक इब्राहिम,
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सीएचसी मांझाडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

