मांझा. मांझा प्रखंड मुख्यालय का नयी बाजार इन दिनों जाम की गंभीर समस्या से जूझ रहा है. सुबह से शाम तक सड़क पर ठेला, फल-फूल की दुकानें और इ-रिक्शा चालकों का कब्जा रहने से सड़कें संकरी हो गयी हैं. दुकानदार भी आधी सड़क पर सामान सजाकर बैठ जाते हैं, जिससे वाहनों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित होती है. मद्धेशिया चौक से लेकर बजरंगी चौक और पानी टंकी चौक तक लोगों को हर रोज जाम का सामना करना पड़ता है. आंबेडकर चौक और थाना के पास तो मानो स्थायी स्टैंड बन चुका है, जहां दिनभर ऑटो और रिक्शा खड़े रहते हैं. मद्धेशिया चौक पर दोनों तरफ दुकानें लगने से पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है.
सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को उठानी पड़ती है. छुट्टी के समय जाम लगने से घंटों बच्चे और उनके अभिभावक फंसे रहते हैं. नहर के पास तो स्थिति और भी खराब रहती है.थाना पास रहने के बावजूद हाे रही अनदेखी
थाना पास में होने के बावजूद चौकीदारों की तैनाती नहीं है, जिससे लोगों को राहत नहीं मिलती. त्योहारों में यह समस्या और विकराल हो जाती है. पार्किंग व्यवस्था नदारद है और वाहन सड़क पर ही खड़े हो जाते हैं. स्थानीय लोग कई बार प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. लोगों का कहना है कि यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. नई बाजार की यह स्थिति अब लोगों के लिए रोज की मुसीबत बन चुकी है और प्रशासन की चुप्पी सवालों के घेरे में है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

