चास, सिखों के नौवें गुरु श्री गुरू तेग बहादुर की 350 वीं शहीदी शताब्दी के उपलक्ष्य पर देश भर में कई कार्यक्रम आयोजित किये गये हैं. हिंद की चादर नाम से विख्यात श्री गुरु तेग बहादुर का शहीदी दिवस चास गुरुद्वारा साहिब में श्रद्धा के साथ मनाया जायेगा. शहीदी पर्व के अवसर पर चास गुरुद्वारा साहिब में सुबह स्त्री साध संगत के द्वारा सुबह गुरु तेग बहादुर की वाणी ‘नौवें महले के श्लोक’ का पाठ किया जा रहा है. यह गुरु ग्रंथ साहिब का अंतिम भाग है, जिसमें गुरु तेग बहादुर के गहन आध्यात्मिक और दार्शनिक विचार शामिल हैं. इन श्लोकों में जीवन की क्षण भंगुरता, ईश्वरीय स्मरण के महत्व और आध्यात्मिक जागरूकता पर जोर दिया गया है. यह गुरु तेग बहादुर की शिक्षाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और सिख अनुष्ठानों में इसका केंद्रीय स्थान है. चास गुरुद्वारा प्रबंध समिति के जसमीत सिंह सोढी ने बताया कि गुरु तेग बहादुर की 350 वीं शहीदी शताब्दी के उपलक्ष्य पर चास गुरुद्वारा में 23 नवंबर को सुबह श्री अखंड पाठ शुरू होगा, जो 25 नवंबर की सुबह संपन्न् होगा. इसके बाद विशेष कीर्तन का आयोजन होगा और दीवान सजेगा. उसके बाद श्रद्धालु गुरु का लंगर का आनंद लेंगे.
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