– शहर की सड़क ही नहीं, राष्ट्रीय उच्च पथ पर भी बेलगाम दौड़ रही ऑटो व टोटो, जा रही जान
मुंगेरशहर से लेकर राष्ट्रीय उच्च पथ पर यहां यातायात नियमों को ताख पर रख कर ऑटो व ई-रिक्शा को दौड़ाया जा रहा है. हद तो यह है कि बेलगाम दौड़ रही ये वाहन मानक के विपरित क्षमता से अधिक सवारियों को बैठाते हैं. हर दिन दो-चार ऑटो व टोटो खुद व खुद पलट जा रही है अथवा किसी अनियंत्रित वाहन के धक्के में पलट जा रही है. जिसमें यात्री घायल ही नहीं हो रहे, बल्कि उनकी मौत भी हो रही है. लेकिन जिम्मेदारों के कानों पर जू तक नहीं रेंग रहा है. जिसके कारण यहां की सड़कों पर धड़ल्ले से यातायात नियमों की धज्जियां उड़ायी जा रही है.
तीन पहिया गाड़ी बनी मुसीबत, खतरे में जान
मुंगेर शहर से लखीसराय, बेगूसराय, खगड़िया और जिले के खड़गपुर तक के लिए यहां से ऑटो खुलती है. लखीसराय जाने के लिए लोग एक नंबर ट्रैफिक से ऑटो पकड़ते हैं. जबकि खगड़िया व बेगूसराय जाने के लिए लोग एक नंबर ट्रैफिक के अलावे लालदरवाजा एवं चंडिका स्थान के समीप एनएच-333 बी पर ऑटो व टोटो पकड़ते हैं. साथ ही जीरो माइल बांक मोड़ व तैलिया तालाब मोड़ पर बेगूसराय, खगड़िया, बरियारपुर, खड़गपुर जाने के लिए ऑटो व टोटो पकड़ते है. एक नंबर ट्रैफिक एवं पूरबसराय रेलवे अंडर ब्रिज के समीप जमालपुर जाने के लिए सवारी पकडते हैं. लेकिन इस ऑटो व टोटो पर सवारी कितना बैठना है, इसका कोई मानक नहीं है. एक ई-रिक्शा पर आठ-आठ सवारी को बैठा लिया जाता है. ऑटो पर भी 10 से अधिक सवारी बैठाया जाता है. वाहन तब तक नहीं खुलती है, जब तक वाहन भर नहीं जाता है. जो मानक से अधिक होता है. इस तीन पहिया वाहन पर यात्रा करना सवारियों के लिए मुश्किल भरा है और सवारी जान जोखिम में डाल कर यात्रा करने को विवश है.
बिना भरे नहीं खुलती वाहन
एनएच-333 बी चंडिका के पास नीचे और ऊपर सड़क पर एक-दो नहीं, बल्कि एक दर्जन से अधिक ऑटो व टोटो दोपहर 1 बजे खड़ी थी. दो-तीन टोटो पर सवारी भी दो-चार बैठे मिले. कोई खगड़िया जाने वाला था, तो कोई बेगूसराय जाने वाला था. लेकिन टोटो खुल नहीं रही थी. जो यात्री भरने का इंतजार कर रहे थे. जैसे ही छह-सात सवारी होता था, वाहन खुल जाता था.————————————————————–
बॉक्स्————————————————————-
तीन पहिया वाहन पर ओवर लोड, मौत को दे रहा बुलावा
मुंगेर :
बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल से भजन कीर्तन कर मंडली के सात सदस्य एक ही सीएनजी ऑटो पर सवार होकर 2 सितंबर मंगलवार की सुबह लखीसराय जिला वापस अपने घर जा रहे थे. श्रीकृष्ण सेतु पार कर एनएच-333बी होते हुए एनएच-80 पर चढ़ा. जब ऑटो हेमजापुर थाना के समीप पहुंचा कि तेज रफ्तार पिकअप वाहन के धक्के में ऑटो कई पलटन खा गयी. जिसमें कीर्तन मंडली के एक सदस्य 30 वर्षीय अंजनी ठाकुर की मौत घटना स्थल पर ही हो गयी, जबकि चार अन्य बुरी तरह से घायल हो गये थे. यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी ऑटो व टोटो पलटने से कई यात्रियों की जान जा चुकी है और कई विकलांग हो गये. बाजार में हर दिन टोटो पलट रही है. जिसमें यात्री चोटिल हो रहे है. ———————————————————–बॉक्स————————————————————–
जिम्मेदारों की चुप्पी यातायात उल्लंघन का कारण
मुंगेर :
सरकार ने सड़क सुरक्षा को अहम पहलू मानते हुए जिले में इस काम के लिए अलग से एमवीआई की पोस्टिंग की है. लेकिन एमवीआई व परिवहन विभाग की टीम सिर्फ ट्रक की जांच करती है, फिटनेस व प्रदूषण का काम देखते हैं. डीएल संबंधित कार्य का निबटारा करते है. वाहन ट्रांसफर व रजिस्ट्रेशन का हिसाब किताब रखते है. लेकिन यात्री वाहनों पर ओवरलोड की जांच नहीं करते है. सिर्फ और सिर्फ खानापूर्ति करते हैं. जिसके कारण सड़कों पर यातायात उल्लंघन की बात आम हो गयी है. इतना ही नहीं यातायात पुलिस की जांच सिर्फ हेलमेट तक ही सिमट कर रह गयी है.————————————————-
कहते हैं डीटीओ
डीटीओ सुरेंद्र कुमार अलबेला ने बताया कि यात्री वाहन पर ओवर लोड की जांच के लिए हमेशा टीम छापेमारी करती है. कभी हिदायत देकर छोड़ दिया गया तो कभी नियमानुसार जुर्माना भी वसूल किया जाता है. यातायात नियमों का शत प्रतिशत पालन कराने के लिए लगातार छापेमारी अभियान चलाया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

