पटना. श्रम संसाधन विभाग के सभागार में गुरुवार को बाल एवं किशोर श्रम उन्मूलन के लिए राज्य रणनीति एवं कार्ययोजना-2025 का शुभारंभ किया गया. बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा कि बच्चे किसी भी राष्ट्र की धरोहर और भविष्य की नींव होते हैं. बाल श्रम उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य, बचपन पर कुठाराघात करता है. उपाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि हमें बच्चों के लिए बेहतर अवसर और विकल्प तैयार करने होंगे. सचिव दीपक आनंद ने कहा कि बाल श्रम केवल कानूनी या प्रशासनिक मुद्दा नहीं है, बल्कि यह सामाजिक चेतना और न्याय का विषय है. श्रमायुक्त बिहार ने कहा कि नयी रणनीति में पहली बार रेलवे, शस्त्र सीमा बल, परिवहन विभाग और विधिक सेवा प्राधिकरणों को भी शामिल किया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

