पटना . पटना में पिछले दिनों एपीडा (कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण) का कार्यालय खुलने से कृषि उत्पाद आसानी से अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंचेंगे. मिथिला मखाना, शाही लीची, जर्दालु आम, मर्चा धान, कतरनी चावल और तिलकुट जैसे बिहार के पारंपरिक कृषि उत्पादों का निर्यात को बढ़ावा मिलेगा. बिहार के कृषि उत्पादों के निर्यात में तेजी आयेगी. बिहार सरकार की ओर से बीते 20 वर्षों से किये गये कार्यों का अब परिणाम दिखने लगा है. किसानों की आय कई गुनी बढ़ी है. अब विदेशों में कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा मिलने से बिहार के किसानों की आय और अधिक बढ़ेगी. पटना के कृषि भवन में खुले एपीडा कार्यालय खुलने से अब निर्यातकों को वाराणसी क्षेत्रीय कार्यालय पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. यह नया कार्यालय निर्यातकों को प्रत्यक्ष मार्गदर्शन, प्रमाणन सहयोग, बाजार की अद्यतन जानकारी तथा प्रक्रियात्मक सुविधाएं उपलब्ध करायेगा. पिछले दिनों वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सात टन मिथिला मखाना हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था.
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