जर्नल पीडियाड्रिक्स में छपे एक शोध के मुताबिक किशोरों में स्मार्टफोन के माध्यम से तस्वीरो तस्वीरों और मैसेज से sexting’ का चलन आम हो गया है. जिससे उनमें यौन संबंधी गितिविधियां बढ़ रही हैं.
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किशोरों में बढ़ रहा है sexting का चलन
जर्नल पीडियाड्रिक्स में छपे एक शोध के मुताबिक किशोरों में स्मार्टफोन के माध्यम से तस्वीरो तस्वीरों और मैसेज से sexting’ का चलन आम हो गया है. जिससे उनमें यौन संबंधी गितिविधियां बढ़ रही हैं. दक्षिण पूर्वी टेक्सास में छह साल तक किये गए अध्ययन में यह बात सामने आई है. इस शोध के लिए टेक्सास […]
दक्षिण पूर्वी टेक्सास में छह साल तक किये गए अध्ययन में यह बात सामने आई है. इस शोध के लिए टेक्सास के किशोरों के एक समूह का अध्ययन किया गया. शोध में sexting के बारे में कुछ पूर्व की जानकारी, यौन गतिविधि और अन्य व्यवहार को शामिल किया गया.
शोधकर्ताओं के मुताबिक हाई स्कूल के बच्चों तक में सामान्य व्यवहार की तरह प्रयोग में आ रहा है. किशोर आपस में नग्न तस्वीरों का आदान प्रदान करते हैं और ऐसे किशोरों की संख्या पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्यादा थी.
इस तरह sexting वास्तविक सेक्स व्यवहार तक जाने का एक रास्ता हो सकता है. इसके अलावा शोधकर्ताओं ने बताया कि यह व्यवहार समय के साथ बढ़ता जा रहा है और यह किशोंरों के जीवन का जरूरी हिस्सा बनता जा रहा है.इस तरह के मैसेज और और न्यूड तस्वीरों का आदान- प्रदान sexting और वास्तविक सेक्स के बीच की लिंक का काम करता है.
टेक्सास विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जेफ टेंपल का कहना है कि ‘Sexting कुछ मामलों में सेक्स से पहले भी हो सकता है. ‘Sexting की कोई सीमा नहीं है. इससे भविष्य में उनके यौन व्यवहार प्रभाव पड़ता है. साथ ही इसे वो सेक्स संबंधी गतिविधियों का विश्वसनीय तरीका मानते हैं.
जेफ टेंपल का का कहना है इस तरह के व्यवहार के अच्छी या बुरी मानसिसकता के तौर नहीं देखा जा सकता है यह अब युवाओं में आम हो गया है.
टेंपल के साथी शोधकर्ता Hye Jeong Choi के मुताबिक किशोर दोस्तों को न्यूड तस्वीरें भेजकर सेक्स संबंधों के लिए बातचीत करते हैं. इससे किशोर यह सेक्स की इच्छा भी जताते हैं. इस तरह की बातचीते किशोरों में काफी खुलेपन से होती है.
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