मां का दूध बच्चे के लिए अमृत समान है यह बात तो हम हमेशा से जानते हैं, लेकिन नये रिसर्च में एक और बात सामने आयी है कि मां के दूध में एक सुरक्षात्मक शर्करा पाया जाता है, जो बच्चों को बैक्टिरिया से होने वाली बीमारियों से बचाता है.
गर्भवती महिलाएं ग्रुप बी स्टेप के बैक्टिरिया की सर्वाधिक शिकार होती हैं, जिसके कारण नवजात शिशुओं में कई जटिल इंफेक्शन हो जाते हैं. निमोनिया जो नवजात के मौत का बड़ा कारण बनता है और जिससे लड़ने के लिए तमाम तकनीक उपलब्ध नहीं हैं, वैसी बीमारियों से बचाव भी मां के दूध से संभव है. मां के दूध में शर्करा मौजूद होने का यह पहला उदाहरण है.
अमेरिका के वेंडरबिल्ट विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर स्टीवन टाउन्सेंड ने कहा, "यह मानव दूध में कार्बोहाइड्रेट की ओर से सामान्यीकृत, रोगाणुरोधी गतिविधि का पहला उदाहरण है." "इन यौगिकों के उल्लेखनीय गुणों में से एक यह है कि वे स्पष्ट रूप से गैर विषैले होते हैं, जो कि अधिकांश एंटीबायोटिक के विपरीत हैं."