Lord Shiva Darshan: शादी शुदा लोग कई बार ऐसी जगह जाना चाहते है जहां वे मंदिर में घूम सके. लकें कई बार वे कई ऐसे मंदिर के दर्शन करते हैं जो उन्हें नहीं करना चाहिए. शिव जी के बारे सभी ने अलग- अलग कहानियां सुन रखी हैं, कुछ लोगों का मानना है कि शिव पार्वती प्रेम का प्रतीक है, तो वहीं कुछ लोगों का कहना है कि नवविवाहित जोड़े को शिव जो के दर्शन नहीं करने चाहिए. आज इस लेख में आपको बताएंगे कि क्यों शिव जी के दर्शन नहीं करने चाहिए।
क्यों नहीं करने चाहिए दर्शन
अगर कोई भी नवविवाहित जोड़ी ने शिव जी के दर्शन किये तो उनके शिशु वैरागी हो सकता है. इसके पीछे कारण यह है कि भले ही भोलेनाथ ने माता पार्वती से शादी कि थी लेकिन वे थे वैरागी. इसके अनुसार शादी की बाद लड़की मां बनने वाली हो तो तो भी इसे शिव जी के मंदिर नहीं जाना चाहिए.
हनीमून के लिए नहीं जाएं धर्मिक स्थल
कई बार ऐसा होता है कि लोग अपनी शादी के बाद किसी धार्मिक स्थल में दर्शन के लिए जाते हैं और वो उनका हनीमून होता है, तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए. इसे शुभ नहीं माना जाता है. इसके बाद भी अगर किसी धार्मिक स्थल पर जा रहे हैं और वहाँ शिवजी से जुड़ा कोई मंदिर हो तो वहाँ दर्शन के लिए नहीं जाना चाहिए.
नवविवाहित को नहीं छूना चाहिए शिवलिंग
मान्यताओं के अनुसार नई नवेली दुल्हन को या फिर जिनकी शादी होने वाली हैं उन्हे शिवलिंग को छूकर उसकी पूजा नहीं करनी चाहिए. इसके जगह वे माता पार्वती कि पूजा करेंगे तो वे उनके लिए शुभ होगा. माता पार्वती की पूजा करने से नवविवाहित लड़की का जीवन सुखी रहता है.