Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज एक महान संत और आध्यात्मिक गुरु हैं, जो अपने सरल लेकिन गहरे विचारों से लाखों लोगों का मार्गदर्शन करते हैं. उनका जीवन सेवा, भक्ति और प्रेम का प्रतीक है. महाराज जी कहते हैं कि मन अगर शांत नहीं है, तो जीवन में सच्चा सुख और शांति नहीं मिल सकती. उनके बताए हुए उपाय न केवल मन को शांति देते हैं, बल्कि जीवन को भी नई दिशा देते हैं. तो आइए जानते हैं प्रेमानंद जी महाराज के बताए उपाय, जो अशांत मन को शांत करने में चमत्कार की तरह काम करते हैं.
अशांत मन शांत करने के उपाय क्या है?
भगवान के चिंतन के द्वारा मन को शांति
प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि जब तक भजन और नाम जप नहीं करोगे, तब तक मन को शांति और विश्राम नहीं मिल सकता. अगर भजन नहीं करोगे, तो सपने में भी विश्राम नहीं मिलेगा. महाराज जी बताते हैं कि जब हम सत्संग सुनते हैं, तो मन कुछ समय के लिए खाली हो जाता है. लेकिन मन को खाली नहीं छोड़ना चाहिए, बल्कि उसमें निरंतर नाम जप का संचार करते रहना चाहिए. ऐसा करने से मन को सच्ची शांति और स्थिरता प्राप्त होती है.
भूत जैसा मन
प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार, हमारा मन भूत की तरह होता है. अगर हम इसे सही दिशा में नहीं लगाएंगे, तो यह हमें गंदगी में पटक देगा. यह मन हमें कोई न कोई गलत आचरण करवाने के लिए मजबूर कर देगा. इसलिए जब भी मन खाली हो, तब उसे खाली न छोड़ें. ऐसे समय में हमें निरंतर नाम जप करते रहना चाहिए, ताकि मन को शांत रखा जा सके.
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