Numerology: क्या आपके रिश्ते अक्सर तनावपूर्ण रहते हैं और करियर में सफलता पाने के लिए लगातार संघर्ष करना पड़ता है? अगर आपका जवाब हाँ है और आपका जन्म मूलांक 8 के अंतर्गत हुआ है, तो आप अकेले नहीं हैं. अंक ज्योतिष के अनुसार, मूलांक 8 से जुड़े व्यक्तियों को अक्सर जीवन के इन महत्वपूर्ण पहलुओं में विशेष चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. लेकिन इन बाधाओं का कारण क्या है और इन्हें कैसे दूर किया जा सकता है? यह सवाल कई लोगों को परेशान करता है. आज हम उन कारणों की गहराई से पड़ताल करेंगे जो मूलांक 8 के जातकों के रिश्तों और करियर में संघर्ष का कारण बनते हैं, साथ ही बताएंगे 4 ऐसे प्रभावी उपाय जो इन मुश्किलों से उबरने में आपकी मदद कर सकते हैं.
मूलांक 8: जीवन में संघर्ष के कारण
अंक ज्योतिष के अनुसार, जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी माह की 8, 17 या 26 तारीख को होता है, उनका मूलांक 8 होता है. इस मूलांक का स्वामी ग्रह शनि है, जिसे न्याय और कर्मों का देवता माना जाता है. शनि का प्रभाव मूलांक 8 वाले जातकों के जीवन पर गहरा होता है, जिसके कारण उन्हें अक्सर संघर्ष और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.
मूलांक 8 के लोग स्वभाव से अंतर्मुखी, शांत, गंभीर और निश्छल होते हैं. ये लोग प्रचार-प्रसार से दूर रहकर अपने काम में लगे रहते हैं और हर बात को गंभीरता से सोचते हैं. शनि धीमी गति से चलने वाला ग्रह है, इसलिए इस मूलांक के लोगों को सफलता भी धीरे-धीरे मिलती है, लेकिन जब मिलती है तो वह स्थायी होती है.
रिश्तों में बाधाएं
- प्रेम संबंध और विवाह: मूलांक 8 वाले लोगों के प्रेम संबंध अक्सर स्थायी नहीं रहते हैं. कई बार ये मन ही मन में प्रेम करते रहते हैं, लेकिन अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त नहीं कर पाते. इनका विवाह आमतौर पर देरी से होता है, लगभग 29-30 वर्ष की आयु में. वैवाहिक जीवन में भी अनबन और व्यवधान आ सकते हैं. इन लोगों को रिश्तों में भरोसे का संकट भी झेलना पड़ता है.
- पारिवारिक संबंध: सामान्यतः मूलांक 8 वालों का अपने मित्रों, परिजनों और भाई-बहनों से सामान्य सा रिश्ता ही रहता है. इन्हें अपनों के समर्थन की कमी महसूस हो सकती है, और भाई-बहनों से अनबन की स्थिति भी बन सकती है. पिता से भी मतभेद होने की संभावना रहती है. इनके मित्र कम होते हैं और उनसे लाभ भी कम मिलता है.
करियर में संघर्ष
- शिक्षा: मूलांक 8 वाले प्रायः अच्छी शिक्षा प्राप्त करते हैं, लेकिन शिक्षा के लिए इन्हें थोड़ा संघर्ष करना पड़ सकता है. यदि ये कठिनाइयों का सामना करने के बजाय हार मान लेते हैं, तो इनकी शिक्षा अधूरी रह सकती है.
- पेशेवर जीवन: ये लोग परिश्रमी और लगन से काम करने वाले होते हैं. इन्हें अनुशासन पसंद होता है और ये जिम्मेदारियों से घबराते नहीं हैं. इनकी नेतृत्व क्षमता भी अच्छी होती है. हालांकि, इन्हें सफलता पाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है और कड़ी मेहनत करनी पड़ती है. इनके कामों में अक्सर रुकावटें आती रहती हैं. व्यापार से जुड़े फैसले ये होशियारी से लेते हैं और आर्थिक मामलों में समझदार होते हैं.
- आर्थिक स्थिति: मूलांक 8 वालों में धन संग्रह करने की अच्छी प्रवृत्ति होती है और ये फिजूलखर्ची से बचते हैं. यही कारण है कि ये काफी धन इकट्ठा कर लेते हैं और धनवान हो जाते हैं. हालांकि, आर्थिक रूप से ये धीरे-धीरे बढ़ते हैं.
मूलांक 8 के लिए 4 प्रभावी उपाय
मूलांक 8 वाले जातकों को अपने जीवन में आने वाली बाधाओं और संघर्षों को कम करने के लिए कुछ विशेष उपाय अपनाने चाहिए. ये उपाय शनि के नकारात्मक प्रभावों को कम करके सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं:
1. शनिदेव की पूजा और मंत्र जाप
शनिदेव को कर्मफल दाता कहा जाता है. मूलांक 8 के स्वामी ग्रह शनि हैं, इसलिए शनिदेव की पूजा करना और उनके मंत्रों का जाप करना अत्यंत लाभकारी हो सकता है.
- प्रत्येक शनिवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और हनुमान जी की पूजा करें.
- रोज शाम को 108 बार “ॐ शं शनिश्चराय नमः” मंत्र का जाप करें.
- शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों का दीया जलाएं और 11 बार शनि मंत्र का जाप करें.
- पीपल के पेड़ की 108 बार परिक्रमा करें और “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः” मंत्र का जाप करें.
2. रत्नों का उचित धारण
सही रत्न धारण करने से शनि की सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है और जीवन में तरक्की व आत्मविश्वास बढ़ता है.
- मूलांक 8 वालों के लिए नीलम रत्न (Blue Sapphire) सबसे उपयुक्त माना जाता है. इसे धारण करने से अचानक लाभ मिल सकता है.
- नीलम धारण करने से पहले किसी ज्योतिषी से सलाह अवश्य लें, क्योंकि इसका प्रभाव तीव्र होता है.
- फिरोजा रत्न भी मूलांक 8 वालों के लिए शुभ बताया गया है.
3. रंगों का सही उपयोग
रंगों का भी मानव जीवन पर गहरा प्रभाव होता है. मूलांक 8 के लोगों के लिए कुछ विशेष रंग अनुकूल माने गए हैं:
- गहरा भूरा, काला और नीला रंग मूलांक 8 वालों के लिए अनुकूल होता है.
- इन रंगों का उपयोग कपड़ों, बैग, रुमाल, आभूषण, घड़ी, घर या व्यवसाय स्थल की दीवारों, चादरों और टाइल्स के चुनाव में अधिक करना चाहिए.
- हालांकि, कुछ ज्योतिषियों के अनुसार काले रंग से बचना चाहिए क्योंकि यह व्यक्ति के मन की मानसिक उद्विग्नता को दर्शाता है.
- साल 2025 में काले रंग के वस्त्र पहनने से बचना चाहिए, खासकर रविवार, सोमवार और मंगलवार को. पीले, सफेद और क्रीम रंग का उपयोग लाभकारी रहेगा.
4. सामाजिक व्यवहार और दान
शनि न्याय और कर्मों के देवता हैं, इसलिए अपने व्यवहार को उत्तम रखना और दूसरों की मदद करना भी शनिदेव को प्रसन्न करने का एक प्रभावी उपाय है.
- अपने से कमजोर लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करें और उन्हें कभी नाराज न करें.
- शनिवार को काले चने या काली दाल का सेवन करें.
- पशुओं को रोटी या चारा खिलाते रहें.
- कुत्तों और कौवों को दूध में भिगोई हुई रोटी खिलाएं.
- गलत और बेईमान लोगों को पीड़ित करने वाले शनि, ईमानदार और परिश्रमी लोगों को पुरस्कृत भी करते हैं.
- योग, ध्यान और संयमित जीवनशैली अपनाएं, खासकर हड्डियों, जोड़ों के दर्द, त्वचा संबंधी एलर्जी, नींद की कमी और अवसाद जैसी समस्याओं से बचने के लिए.

