22.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Happy Gandhi Jayanti 2022 Quotes: आज है गांधी जयंती, यहां देखें बापू के अनमोल विचार

Gandhi Jayanti 2022 Quotes: महात्मा गांधी की विचारधारा से सिर्फ भारतीय ही नहीं, बल्कि विदेशी हस्तियां भी प्रभावित हुईं. इनमें नेल्सन मंडेला से लेकर बराक ओबामा तक जैसे नाम शामिल हैं. आज 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती मनाई जा रही है. यहां देखें बापू के जीवन से जुड़े सुविचार

आज दो अक्तूबर यानी रविवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती है. देश और दुनिया में सत्य और अहिंसा की नयी राह दिखानेवाले मोहनदास करमचंद गांधी सिर्फ नाम नहीं बल्कि विचार है. नके विचारों से न सिर्फ भारतीय ही प्रभावित थे, बल्कि कई जगहों पर अंग्रेज भी उनके विचारों का सम्मान करते थे. आज हम आपको गांधी जी के कुछ ऐसे ही विचारों के बारे में बताने जा रहे हैं. जिन्हें अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में उतार ले, तो उसका जीवन बदल सकता है.

महात्मा गांधी के अनमोल विचार

  • जो भी चाहे अपनी अंतरात्मा की आवाज सुन सकता है. वह सबके भीतर होती है.

  • जब तक गलती करने की स्वतंत्रता न हो, तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है.

  • काम की अधिकता नहीं, अनियमितता आदमी को मार डालती है.

  • प्रेम की शक्ति दंड की शक्ति से हजार गुनी प्रभावशाली होती है.

  • स्वयं को जानने का सर्वश्रेष्ठ तरीका है स्वयं को औरों की सेवा में लगा देना होता है.

  • आंख के बदले आंख पूरे विश्व को अंधा बना देगी.

  • डर शरीर का रोग नहीं है, यह आत्मा को मारता है.

  • गुलाब को उपदेश देने की आवश्यकता नहीं होती.वह तो केवल अपनी खुशबू बिखेरता है. उसकी खुशबू ही उसका संदेश है.

2 अक्टूबर – अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस

गांधी जयंती की सबसे खास बातों में से एक यह है कि इस दिन को पूरी दुनिया अहिंसा दिवस के रूप में मनाती है. 15 जून 2007 को यूनाइटेड नेशंस जेनरल असेंबली ने इस तारीख को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मानए जाने के लिए सर्वसहमति से वोट दिया था. कहा गया था कि – गांधी जी ने दुनिया को सिखाया है कि शांति का मार्ग अपनाकर भी आजादी पाई जा सकती है. उनका मानना था कि हिंसा का रास्ता चुनकर हम कभी अपने अधिकार नहीं पा सकते. अहिंसा की राह पर चलकर ही राष्ट्रपिता ने दक्षिण अफ्रीका में करीब 75 हजार भारतीयों को उनके अधिकार दिलाए थे.

बापू और भारत छोड़ो आंदोलन

1942 में भारत छोड़ों आंदोलन गांधी जी ने 1930 में 400 किमी दांडी नमक मार्च के साथ अंग्रेजों द्वारा लगाए गए नमक कर को चुनौती देने में भारतीयों का नेतृत्व किया और बाद में 1942 में अंग्रेजों को भारत छोड़ने का आह्वान किया, जिसके बाद 1942 से 47 के बीच देश की स्थिति में बड़े बदलाव आया और अंग्रेजी हुकूमत पूरी तरह से हिलने लगी. वहीं इस बीच देश के अंदर अशांति का माहौल फैल गया, जिसके बाद अंग्रेजों ने देश के दो टुकड़े करने का ऐलान कर दिया. 1947 में भारत-पाकिस्तान के विभाजन के दौरान गांधीजी ने कई विस्थापित हिंदुओं, मुसलमानों और सिखों की मदद की, लेकिन इंसानियत के दुश्मन नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को बापू के सीने में तीन गोलियां दागकर उनकी हत्या कर दी.

Shaurya Punj
Shaurya Punj
रांची के सेंट जेवियर्स कॉलेज से मास कम्युनिकेशन में स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद मैंने डिजिटल मीडिया में 14 वर्षों से अधिक समय तक काम करने का अनुभव हासिल किया है. धर्म और ज्योतिष मेरे प्रमुख विषय रहे हैं, जिन पर लेखन मेरी विशेषता है. हस्तरेखा शास्त्र, राशियों के स्वभाव और गुणों से जुड़ी सामग्री तैयार करने में मेरी सक्रिय भागीदारी रही है. इसके अतिरिक्त, एंटरटेनमेंट, लाइफस्टाइल और शिक्षा जैसे विषयों पर भी मैंने गहराई से काम किया है. 📩 संपर्क : [email protected]

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel