Chanakya Niti : आज के समय में लोग अक्सर कहते दिखाई दे जाएंगे कि अभी के जमाने में किसी पर भरोसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि कब कोई धोखा दे जाए यह कहना मुश्किल है. लेकिन रिश्तों से लेकर करियर तक, हर जगह सबसे बड़ी हमारे सामने यह खड़ी हुई है कि किसके साथ खड़े हों और किससे दूरी बना कर रखें. प्राचीन भारतीय चिंतक चाणक्य ने भरोसे की इसी कला पर खास ध्यान दिया है. उनकी कई नीतियां आज की परिस्थितियों पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं.
मुश्किल समय में ही पता चलता है असली साथी
चाणक्य कहते हैं कि अच्छे और अवसरवादी दोनों तरह के लोग हर जगह मिल जाते हैं. लेकिन सही पहचान मुश्किल समय में ही होती है. आसान दिनों में हर कोई साथ दिखाई देता है, पर कठिन समय में जो आपके लिए खड़ा हो, वही भरोसे के लायक होता है.
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चाणक्य की सीख : बिना परखे भरोसा न करें
चाणक्य ने अपने संदेश में स्पष्ट कहा है कि किसी भी व्यक्ति पर तुरंत विश्वास करना गलत है. इंसान की पहचान उसके व्यवहार में होती है, उसके वादों में नहीं. जो सामने मुस्कुराए और पीछे से चोट करें, वह कभी भी आपका साथी नहीं हो सकता. बल्कि जो कठोर बनकर भी आपके लिए सोचे और आपके लिए खड़ा हो वही सच्चा साथी है. हालांकि हर अच्छे लोग ऐसा ही होते है यह भी जरूरी नहीं है.
स्वार्थी लोगों से रहें सावधान
चाणक्य चेतावनी देते हैं कि स्वार्थी व्यक्ति सिर्फ अपने काम निकलने तक साथ रहते हैं. ऐसे लोग परिस्थिति बदलते ही नजरअंदाज कर देते हैं. ऐसे लोगों पर आंख बंद कर भरोसा करना बड़ी भूल साबित हो सकती है.
चाणक्य के अनुसार सही व्यक्ति की तीन पहचान होती है
- वह कठिन समय में भी साथ देता है
- आपकी भलाई की बात करता है
- आपकी सफलता से खुश होता है, ऐसा व्यक्ति आपकी जिंदगी में सबसे अच्छे मार्गदर्शक और सहारा बनते हैं.

