22.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

गढ़वा में नौकरी के नाम पर ठगी का बड़ा खुलासा, फर्जी विज्ञापन से पशुपालन विभाग की बढ़ी परेशानी

JJharkhand news, Garhwa news : एक फर्जी विज्ञापन प्रकाशित होने के कारण जिला पशुपालन विभाग परेशान हो गया है. विज्ञापन के आलोक में पशुपालन विभाग में आवेदक पहुंच कर विज्ञापन से संबंधित पूछताछ करना प्रारंभ कर दिये हैं. इस वजह से विभाग के पदाधिकारी व कर्मी परेशान हो गये हैं. विभाग इस बात से भी परेशान है कि इस फर्जी विज्ञापन के चक्कर में आकर कहीं युवक-युवतियां ठगी का शिकार न हो जायें और इससे विभाग बदनाम हो जाये. इस वजह से इस मामले से लेकर गढ़वा जिला पशुपालन पदाधिकारी धनिक लाल मंडल ने डीसी समेत जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी को अवगत कराया है. साथ ही बेरोजगारों से इस फर्जी विज्ञापन के झांसे में आकर ठगी का शिकार नहीं होने की अपील की है.

Jharkhand news, Garhwa news : गढ़वा (पीयूष तिवारी) : एक फर्जी विज्ञापन प्रकाशित होने के कारण जिला पशुपालन विभाग परेशान हो गया है. विज्ञापन के आलोक में पशुपालन विभाग में आवेदक पहुंच कर विज्ञापन से संबंधित पूछताछ करना प्रारंभ कर दिये हैं. इस वजह से विभाग के पदाधिकारी व कर्मी परेशान हो गये हैं. विभाग इस बात से भी परेशान है कि इस फर्जी विज्ञापन के चक्कर में आकर कहीं युवक-युवतियां ठगी का शिकार न हो जायें और इससे विभाग बदनाम हो जाये. इस वजह से इस मामले से लेकर गढ़वा जिला पशुपालन पदाधिकारी धनिक लाल मंडल ने डीसी समेत जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी को अवगत कराया है. साथ ही बेरोजगारों से इस फर्जी विज्ञापन के झांसे में आकर ठगी का शिकार नहीं होने की अपील की है.

पशुपालन विभाग का कहना है कि उनके यहां पंचायत स्तर या किसी भी तरह की कोई बहालियां नहीं है. ग्रामीण पशुपालन निगम लिमिटेड (Rural Animal Husbandry Corporation Limited) के नाम पर जो विज्ञापन प्रकाशित कराया गया है, वह पूरी तरह से फर्जी है. बेरोजगारों को बेवकूफ बनाकर राशि उगाही के उद्देश्य से किसी ने इस तरह का विज्ञापन प्रकाशित करवा दिया है.

क्या है पूरा मामला

ग्रामीण पशुपालन निगम लिमिटेड के बैनर से विज्ञापन (क्रमांक ग्रामीण 45-2020 व सीआईएनयू 01110 आरजे 2017 पीएलसी 058322) प्रकाशित कराया गया है. इसमें कहा गया है कि झारखंड में निगम के राष्ट्रीय पशुपालन विकास मिशन के अंतर्गत निगम द्वारा विपणित उच्च गुणवत्ता युक्त पशु उत्पादों को उचित मूल्य पर उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में अभ्यर्थियों से आवेदन आमंत्रित है. इसकी अंतिम तिथि 13 दिसंबर, 2020 दी गयी है. इस विज्ञापन में पद नाम पशुपालन कार्यकर्ता, जिसे जिले के सभी पंचायतों में बहाल करना है रखा गया है. आवेदन की उम्र 18 से 40 साल एवं योग्यता 10वीं उर्तीण बतायी गयी है. इसके अनुसार चुने गये कार्यकर्ताओं को प्रत्येक महीने 10 हजार रुपये दिये जायेंगे.

Also Read: Lalu Yadav का इंतजार खत्म, झारखंड हाईकोर्ट से बेल या अभी भी जेल, फैसला कुछ घंटों बाद

इस प्रकाशित विज्ञापन के आलोक में इच्छुक आवेदक पशुपालन विभाग पहुंचने लगे हैं, लेकिन वहां पहुंचने पर जब उन्हें पता चला रहा है कि विभाग से इस तरह का कोई भी विज्ञापन नहीं निकलवाया गया है, तो वे स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. विभाग इससे परेशान भी हो गया है. इस मामले को लेकर जिला पशुपालन पदाधिकारी धनिक लाल मंडल ने पत्रांक 440, दिनांक 10 दिसंबर 2020 के माध्यम से जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग गढ़वा को अवगत कराया गया है. साथ ही इस मामले की जानकारी डीसी को भी दी गयी है.

बेरोजगार झांसे में नहीं आयें : पशुपालन पदाधिकारी

इस संबंध में जिला पशुपालन पदाधिकारी धनिकलाल मंडल ने बताया कि विज्ञापन पूरी तरह से फर्जी है. बेरोजगार इसके झांसे में नहीं आयें. ग्रामीण पशुपालन निगम लिमिटेड नाम से पशुपालन विभाग का कोई लेना- देना नहीं है. न ही विभाग में इस तरह की कोई वैकेंसी है.

Posted By : Samir Ranjan.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें