हिंदी सिनेमा में स्टार किड की लंबी फेहरिश्त में अभिनेता चंकी पांडे की बेटी अनन्या पांडे का नाम भी जुड़ गया है. अनन्या करण जौहर निर्मित फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द इयर-2’ से अपने अभिनय की शुरुआत करने जा रहीं हैं. वे हमेशा से एक्ट्रेस बनना चाहती थी और धर्मा प्रोडक्शन से अपनी शुरुआत करना चाहती थी. इस फिल्म से उनके दोनों ही सपने साकार हो रहे हैं. प्रस्तुत है अनन्या पांडे की उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश.
-आप निजी जिंदगी में कैसी स्टूडेंट रही हैं?
मैं बहुत ही पढ़ाकू स्टूडेंट थी. धीरुभाई इंटरनेशनल स्कूल में मैं पढ़ती थी. मुझे डांट खाना बिल्कुल भी पसंद नहीं था. इसलिए मैं हर चीज अच्छे से करती थी. टीचर की हर बात मानती थी. मैं कभी बंक नहीं मारती थी. फिल्म वाले किरदार से मैं बिल्कुल अलग थी.
-आपके पापा फिल्मों में थे इसलिए आप भी फिल्मों में आना चाहती थीं ?
हां, फिल्मी कीड़ा हमेशा से मुझमे था. बचपन में मैं, सुहाना(शाहरुख खान की बेटी, सनाया( संजय कपूर की बेटी) एक्टिंग वाला गेम करते थे. हम अपनी-अपनी मम्मियों की नकल उतारते थे. बच्चों की चुगलियां जैसे मम्मियां करती थी. वैसे हम करते थे.
-एक्टिंग सीखने के लिए आपने ट्रेनिंग भी ली है?
सेट से अच्छी ट्रेनिंग और कहां मिल सकती है. मैं शाहरुख सर की फिल्म रईस में लास्ट असिस्टेंट डायरेक्टर थी सेट पर. मैं सेकेंडरी कास्ट को वैन से सेट पर बुलाती थी कि सर आपका शॉट रेडी है. मुझे बहुत मजा आया था. बहुत कुछ सीखने को मिला. रईस की वजह से मैं पहली बार किसी फिल्म के सेट पर गयी थी. शाहरुख सर को इससे पहले मैं जब भी मिली थी सुहाना के पापा के तौर पर मिली थी, लेकिन इस फिल्म के दौरान मैंने एक्टर शाहरुख को देखा. कैसे शूटिंग होती है. कैमरा कहां-कहां होता है. मैंने अपने बोर्ड एग्जाम के बीच में वो सब किया था.
-आपने अपने पापा की कौन सी फिल्में देखी हैं?
मैंने उनकी फिल्में बहुत कम देखी है.(हंसते हुए) क्योंकि वो बहुत ही पुरानी है. मैंने उनकी कॉमेडी वाली फिल्में देखी है. आंखे, दे दना दना, हाउसफुल ये सभी फिल्में मैंने देखी है.
-आपका पहला शॉट क्या था? क्या आप नर्वस भी थीं?
निर्देशक पुनीत बहुत स्वीट हैं. उन्होंने पहले ही कह दिया था कि हमें हमारा पहला शॉट अकेले मिलेगा क्योंकि तारा और मेरी पहली फिल्म थी. उस दिन सेट पर बहुत तमाशा हुआ. क्योंकि आउटडोर शूट था और उसमें बारिश होने लगी. हालांकि मेरा पहला शॉट अच्छा से हो गया. एक गाने की शूटिंग देहरादून में हुई थी. जिसमें मॉम मेरे साथ थी.
-आपके पिता ने अभिनय या इंडस्ट्री के बारे में कभी कोई टिप्स दिया ?
मेरे पिता ने मुझे कभी एक्टिंग एडवाइज नहीं दी है. मैंने उनकी पर्सनालिटी से बहुत सीखा है. वे कभी सफलता या असफलता से प्रभावित नहीं हुए हैं. वे हर परिस्थिति में खुश रहते हैं. कभी किसी फैंस को मना नहीं करते हैं फिर चाहे वह खाना ही रेस्टोरेंट में क्यों न खा रहे हो. वे उठकर फोटोज खिंचवाते हैं. (हंसते हुए) पापा डांसर अच्छे नहीं थे, लेकिन हां उनके एक्सप्रेशन बहुत खास होता था तो मैंने उनसे वो लिया.
-नेपोटिज्म के सवालों से आप किस तरह से डील करने वाली हैं?
नेपोटिज्म सिर्फ बॉलीवुड में नहीं है. ये हर इंडस्ट्री में है. मुझे कभी ये फीलिंग नहीं चाहिए कि मैं अपने डैड से शर्मिंदा हूं .मुझे मेरे डैड पर गर्व है. मेरे डैड के माता-पिता डॉक्टर थे. वे एक्टर बहुत ही मेहनत से बनें तो उनकी मेहनत से मुझे कोई नकारात्मकता को नहीं जोड़ना है. नेपोटिज्म ये शब्द जिसको इस्तेमाल करना है करें. मैं यहां मेहनत कर अपना एक मुकाम बनाने आयी हूं.
-स्टूडेंट ऑफ द इयर से जुड़ी कुछ यादें शेयर करें.
जब वह फिल्म रिलीज हुई थी तो मैं चौदह या पंद्रह साल की थी. मेरे माता-पिता फिल्म की स्क्रिनिंग के लिए जा रहे थे. रात के ग्यारह बजे का शो था. छोटी थी इसलिए मैं इतनी रात को नहीं जा सकती थी, लेकिन मैं अपने मॉम-डैड को काफी रिक्वेस्ट किया कि मुझे भी ले चले. मैं फिल्म देखी और मैंने तय किया कि मुझे सनाया (आलिया भट्ट) ही बनना है. जब स्टूडेंट आॅफ द एयर टू रिलीज होगी तो मैं उसको देखकर उस पल को जीना चाहूंगी.
-आपकी हिंदी दूसरे युवा कलाकारों के मुकाबले अच्छी है.
मैंने स्कूल में हिंदी लिया था स्पैनिश नहीं, हां पहले स्पैनिश लिया था लेकिन एक हफ्ते बाद लगा कि मैं स्पैनिश सीख क्यों रही हूं. मुझे तो एक्टर बनना है तो हिंदी ही लेती हूं. हालांकि घर में कोई भी हिंदी में बात नहीं करता है तो हिंदी बोलने की आदत नहीं होती. इसलिए मैंने स्कूल में हिंदी विषय ही ले लिया था.
-हर साल शाहरुख खान के साथ आप आईपीएल देखने जाती थी इस बार फॉलो कर रही हैं?
शाहरुख सर के साथ हम सब जगह ट्रैव्हल करते थे. इस साल मैं अपनी फिल्म के प्रमोशन में बिजी हूं और सुहाना लंदन में पढ़ रही है तो हम आईपीएल मैच चाहकर भी देख नहीं पा रहे हैं, लेकिन हां हम फोन के जरिए आज भी एक दूसरे से पूछते हैं कि मैच देखा कि नहीं.