UPSC Topper Joginder Sihag: कभी-कभी जिंदगी सबसे कठिन मोड़ पर हमें खड़ा कर देती है, और वहीं से हमारी सबसे बड़ी जीत की कहानी शुरू होती है. ऐसी ही कहानी है जोगेंदर सिहाग की — एक ऐसा युवा जिसने दुखों के अंधेरे में भी अपने सपनों की लौ को बुझने नहीं दिया. UPSC जैसी कठिन परीक्षा में Rank 521 हासिल करने वाले जोगेंदर सिहाग ने ये साबित कर दिया कि अगर हौसले बुलंद हों तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती.
मुश्किल हालातों के बीच दी परीक्षा
हरियाणा के सिरसा जिले के बानवाला गांव निवासी जोगेंदर सिहाग ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 में ऑल इंडिया रैंक 521 हासिल की है. लेकिन उनकी यह सफलता सिर्फ एक रैंक नहीं, बल्कि संघर्ष, धैर्य और आत्मविश्वास की मिसाल है. पिछले साल प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) के समय जोगेंदर पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था. उन्होंने अपने छोटे भाई मुकेश और दादा जी जगदीश सिहाग को खो दिया. एक के बाद एक दो करीबी रिश्तों का जाना किसी को भी तोड़ सकता है, लेकिन जोगेंदर ने अपने दर्द को ताकत में बदल दिया.
उनके पिता सुरेंद्र चौधरी एक किसान हैं और मां मैना देवी एक गृहिणी. एक साधारण किसान परिवार से आने वाले जोगेंदर ने राजस्थान विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी. आर्थिक और पारिवारिक चुनौतियों के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार मेहनत करते रहे.
रिजल्ट आया तो कांपते हाथों से मां को किया कॉल
जैसे ही UPSC का रिजल्ट घोषित हुआ, जोगेंदर की आंखों में आंसू आ गए. भावुकता इतनी ज़्यादा थी कि उनके हाथ कांप रहे थे जब उन्होंने अपने माता-पिता को फोन मिलाया. इस पल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लाखों लोगों को भावुक कर रहा है. उनकी आंखों से छलकते आंसू सिर्फ एक सफलता की खुशी नहीं थे — वो एक बेटे का अपनी मेहनत, संघर्ष और परिवार के प्रति प्यार का इजहार था.
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