NCERT Syllabus Change: इस वक्त देश में इस सवाल पर एक बड़ी बहस छिड़ गई है कि NCERT की 7वीं क्लास की किताब से मुगल और दिल्ली सल्तनत के सभी अध्याय हटा दिए गए हैं. यानी अब बच्चों को मुगलों, तुगलकों, लोधियों और खिलजियों के बारे में पढ़ाया ही नहीं जाएगा. उनकी जगह अब किताब में प्राचीन भारतीय राजवंशों, पुराने धार्मिक स्थलों और सांस्कृतिक परंपराओं का इतिहास शामिल किया गया है. इस बदलाव पर पहले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के इतिहासकार अली नदीम रिजवी ने आपत्ति जताई थी. अब फिल्म ‘चमकीला’ की एक्ट्रेस साहिबा बाली ने भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने इंस्टाग्राम पर लंबा पोस्ट लिखते हुए कहा है — “इतिहास को ऐसे कैसे मिटाया जा सकता है?” यह मामला 2025-26 के सिलेबस अपडेट के बाद चर्चा में आया है और लगातार तूल पकड़ रहा है.
साहिबा बाली का इंस्टाग्राम पोस्ट

साहिबा ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “क्षेत्रीय इतिहास जोड़ना — बिल्कुल सही कदम है. धार्मिक अध्ययन शामिल करना — क्यों नहीं? स्वदेशी भारतीय राजाओं पर ध्यान देना — हां, जरूर. लेकिन इतिहास को कैसे मिटाया जा सकता है? इन शासकों (या आक्रमणकारियों, जैसा भी कहें) का भारत पर जो प्रभाव पड़ा, उसे कैसे नज़रअंदाज किया जा सकता है? ये तो बहुत अजीब है, खासतौर पर उत्तर भारत को समझने के संदर्भ में. फारसी, तुर्क और अफगान प्रभाव उत्तर भारत के इतिहास को समझने के लिए बेहद अहम हैं. यकीन नहीं होता कि ऐसा हो रहा है.”
बता दें कि साहिबा बाली एक्ट्रेस होने के साथ-साथ मशहूर एंकर भी हैं. वह स्टार स्पोर्ट्स जैसे चैनलों पर कई शोज की एंकरिंग कर चुकी हैं. अगर उनके एक्टिंग करियर की बात करें तो वह कई फिल्मों, शॉर्ट फिल्मों और वेब सीरीज में नजर आ चुकी हैं. हाल ही में उन्हें इम्तियाज अली की फिल्म ‘चमकीला’ में देखा गया था, जो 2024 में रिलीज हुई थी.
आर माधवन ने भी इस मामले में की टिप्पनी
मशहूर बाॅलीवुड एक्टर आर माधवन ने एक इंटरव्यु के दौरान NCERT के सिलेबस बदलने के मामले पर टिप्पनी करते हुए कहा, “ब्रिटिश और मुगलों ने हमें करीब 800 साल तक शासित किया, लेकिन चोल साम्राज्य 2,400 साल पुराना है.” उन्होंने आगे जोड़ा, “वे समुद्री यात्रा और नौसैनिक शक्ति के अग्रदूत थे. उनके मसाला व्यापार के मार्ग रोम तक फैले हुए थे. हमारे इतिहास में इसका जिक्र कहां है? कहां बताया गया है कि हमने अपने शक्तिशाली नौसेना बलों के दम पर अंगकोरवाट तक मंदिर बनवाए? जैन धर्म, बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म चीन तक फैले. कोरिया के लोग आधी तमिल बोलते हैं, क्योंकि हमारी भाषा वहां तक पहुंची थी. और हमने इस सबको बस एक ही अध्याय में समेट दिया है.”
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि आखिर किसने छात्रों के लिए पाठ्यक्रम तय किया और उनके लिए यह ‘दूसरी दृष्टि’ वाला नजरिया सेट किया. साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि ब्रिटिश सरकार ने जलियांवाला बाग हत्याकांड को लेकर एक “झूठा नैरेटिव” गढ़ा, जिसमें मारे गए भारतीयों को ही दोषी ठहरा दिया गया. इस पर उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि सच्चाई कहने पर उन्हें मुसीबत में नहीं पड़ना चाहिए.
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