UPSC Result 2025 आया तो बिहार के अभ्यर्थियों का भी इसमें दबदबा दिखा. टॉप 20 में 3 बिहारियों का ही कब्जा रहा. इसबार डेढ दर्जन अभ्यर्थियों को सफलता मिली है. बिहार के जिन अभ्यर्थियों को कामयाबी हासिल हुई है उन्होंने अपनी सफलता का राज बताया है. यूपीएससी परीक्षा का क्रेज बिहार के युवाओं में इस कदर रहता है कि वो लंदन और जापान में मिली अच्छी सैलरी वाली नौकरी छोड़कर अपने सपने को सच करने में जुटे और कामयाब हुए. कुछ ऐसे अभ्यर्थियों की कहानी सामने आयी है.
सुमित और अमित विदेश से जॉब छोड़कर आए
बिहार के पूर्णिया जिले के अमित और सुमित ने इसबार यूपीएससी की परीक्षा में बाजी मारी है. अमित ने पांचवे तो सुमित ने तीसरे प्रयास में ये कामयाबी हासिल की. अमित विदेश में अच्छी सैलरी पैकेज पर जॉब करते थे. लेकिन यूपीएससी की तैयारी के लिए अपने वतन लौट आए थे. वहीं सुमित लंदन के ऑफर को ठुकराकर तैयारी में जुटे थे.
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जापान से लौटे, बिहार में DSP बनकर करने लगे तैयारी
अमित को 729वां रैंक मिला है. दिल्ली IIT से पढ़ाई करके उन्होंने जापान में जॉब किया. वहां 5 साल होंडा कंपनी में काम किया. अमित बताते हैं कि जब वो टोयोटा में ढाई साल जॉब किए तो इसी दौरान UPSC की तैयारी में जुटे. बाद में सोचा कि भारत लौटा जाए. वहां जाकर सही से तैयारी कर सकेंगे. वो भारत आए और BPSC की परीक्षा दी. पहली बार में ही BPSC पास करके DSP बन गए.

नजदीक जाकर लौटते रहे पर हार नहीं मानी
अमित भागलपुर में डीएसपी हैं. सेल्फ स्टडी करके बाजी मार गए. वो कभी प्री से बाहर आए तो कभी मेंस और इंटरव्यू तक पहुंचकर लौटे. इसबार उन्होंने बाजी मार ली और जापान में रहकर जो सपना देखा उसे बिहार में रहकर सच कर दिखाया.
सुमित ने लाखों की सैलरी वाला जॉब छोड़ा, लंदन का ऑफर ठुकराया
पूर्णिया के सुमित कुमार गुप्ता ने भी यूपीएससी के लिए लंदन के लॉ फर्म का मोटा पैकेज छोड़ दिया था. सुमित के पिता रेडीमेड कपड़े की दुकान चलाते हैं. सुमित सैनिक स्कूल के छात्र रहे.CLAT में चौथा रैंक हासिल किया. NUJS कोलकाता से LLB किया. 18 लाख पैकेज पर पांच महीने जॉब भी किया. इस दौरान लंदन के एक लॉ फर्म में उनका सेलेक्शन हो गया. लेकिन सुमित के निशाने पर यूपीएससी की परीक्षा थी. सुमित अपने सपने से समझौता नहीं करना चाहते थे इसलिए बड़े पैकेज की नौकरी को ठुकरा दिया और तैयारी में लग गए. तीसरे प्रयास में उन्हें सफलता मिल गयी.